लक्ष्मणगढ़, पाटन, वैर, करेड़ा, विराटनगर, फागी, बस्सी, चाकसू, परबतसर, राजगढ़, बज्जू, छत्तरगढ़, सिकराय, बांदीकुई, बहरोड़, भिवाड़ी, बामनवास, धोरीमन्ना, चितलवाना, पीपलखूंट, सैपऊ, सज्जनगढ़, मंडरायल में नए कॉलेज खोले जाना है। इसके अलावा सरदारपुरा, पीपलू, जयपुर के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र कन्या महाविद्यालय शुरू किए जाएंगे। वहीं कोटपूतली में कृषि महाविद्यालय, डूंगरपुर में विधि महाविद्यालय शुरू किए जाएंगे।
इसके साथ ही बाड़मेर व खंडेला के कन्या महाविद्यालय को स्नातकोत्तर में क्रमोन्नत किया जाएगा। किशनगढ़ बास का राजकीय महाविद्यालय कृषि में बदला जाएगा। बौंली के शास्त्री स्तर के महाविद्यालय को आचार्य स्तर पर क्रमोन्नत किया जाएगा।
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बंद स्कूलों के भवनों में चलेंगेजानकारी के अनुसार कुछ वर्ष पूर्व स्कूलों के बंद होने से खाली हुए भवनों में कॉलेज शुरू किए जा सकते हैं। जिला कलक्टरों को स्कूलों के खाली भवन देखने के भी निर्देश दिए हैं। वहीं जहां खाली भवन नहीं मिलेगा, ऐसे स्थानों पर बड़े स्कूल भवन में शुरू करने की संभावना है। स्नातक स्तर पर कॉलेजों में प्रवेश हो चुके हैं। कक्षाएं चल रही हैं। नए कॉलेजों में अगस्त में प्रवेश शुरू होंगे।
पिछले पांच वर्षों में शुरू किए कॉलेजों को अब तक भवन नहीं मिल पाया है। प्रदेश में करीब 50 कॉलेज भवन विहीन स्थिति में चल रहे हैं। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने पांच वर्ष में करीब 80 कॉलेज शुरू किए थे। इनमें से 30 को भी भवन मिल पाया। शेष कॉलेज स्कूलों के साथ ही चल रहे हैं। इनकी स्थिति देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि नए 32 कॉलेजों को भवन कब तक मिलेंगे।
प्रदीप कुमार बोरड़, कॉलेज शिक्षा आयुक्त