केन्द्र सरकार को 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को भी फ्री वैक्सीन लगाने की घोषणा करनी चाहिए। फ्री वैक्सीन ना मिलने पर युवाओं का केन्द्र सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ेगा । राज्यों में सभी आयुवर्ग के लोगों को एक ही मशीनरी (मेडिकल स्टाफ) वैक्सीन लगाएगी। यह उचित नहीं होगा कि युवाओं से पैसे लिए जाएं और बाकी को निशुल्क वैक्सीन लगाई जाए। केन्द्र सरकार को 60 वर्ष, 45 वर्ष एवं अब 18 वर्ष अधिक आयुवर्ग के वैक्सीनेशन के लिए एक ही नीति अपनानी चाहिए।
गहलोत ने कहा कि यह घातक कोरोना वायरस अब तेजी से फैल रहा है एवं संक्रमितों की मृत्यु दर भी अधिक है। ऐसे में केन्द्र सरकार को वैक्सीन की कीमत का भार युवाओं पर ना डालकर तेजी से निशुल्क वैक्सीनेशन करना चाहिए। गहलोत ने कहा कि कोविड के इस संकट में राज्यों पर अतिरिक्त भार पड़ने से आमजन को परेशानियां आएंगी एवं राज्यों में विकास कार्य भी प्रभावित होंगे। प्राइवेट सेक्टर को वैक्सीन लगाने की अनुमति देना स्वागतयोग्य कदम है। इससे सक्षम लोग वैक्सीन खरीद कर लगवा सकेंगे एवं सरकार पर भार भी कम होगा।