सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित होने वाली गृह विभाग की समीक्षा बैठक में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर, एडीजी इंटेलिजेंस और गृह विभाग के प्रमुख अधिकारी बैठक में शामिल होंगे।
इंटेलिजेंस फेलियर से नाराज हैं सीएम गहलोत
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश में इंटेलिजेंस फेलियर से नाराज बताए जाते हैं। करौली और जोधपुर में हुई सांप्रदाय़िक तनाव की घटनाओं को लेकर त्ता पक्ष के विधायकों ने ही स्टेट आईबी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे।
कई मंत्रियों और विधायकों ने भी आईबी की कार्यशैली की शिकायत मुख्यमंत्री गहलोत को करते हुए कहा था कि आईबी ने समय रहते इनपुट सरकार तक नहीं पहुंचाया जिससे करौली और जोधपुर में माहौल बिगड़ा। बताया जाता है कि आज होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एडीजी इंटेलिजेंस सहित विभाग के अधिकारियों पर भी इसे लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर सकते हैं।
सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखने के निर्देश देंगे मुख्यमंत्री
बताया जाता है कि आज होने वाली गृह विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अधिकारियों को सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखने के निर्देश देंगे। प्रदेश में माहौल बिगाड़ने और सोशल मीडिया पर लोगों को भड़काने वाली पोस्ट लिखने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए जाएंगे।
बीते दो माह का लेंगे रिपोर्ट कार्ड
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गृह विभाग के अधिकारियों और डीजीपी एम एल लाठर से प्रदेश में पिछले 2 महीने के दौरान कानून व्यवस्था का रिपोर्ट कार्ड लेंगे और जिन-जिन जिलों में सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हुई हैं उन जिलों में भी वहां की मौजूदा स्थिति का रिपोर्ट कार्ड लेंगे और कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के के मुताबिक काम करने के निर्देश देंगे।
भीलवाड़ा घटना का भी लेंगे फीडबैक
इधर देर रात भीलवाड़ा में दो संप्रदाय के बीच हुए झगड़े में एक युवक की मौत होने के बाद भीलवाड़ा में भी तनाव का माहौल है। एहतियातन वहां पर नेटबंदी कर दी गई है। इस मामले को लेकर भी सीएम गहलोत अधिकारियों से फीडबैक लेंगे और आवश्यक दिशा निर्देश देंगे।
लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं मुख्यमंत्री
प्रदेश में लगातार सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं और बिगड़ती कानून व्यवस्था के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विपक्ष के निशाने पर हैं। गृहमंत्री का जिम्मा मुख्यमंत्री के पास होने के चलते विपक्ष लगातार मुख्यमंत्री पर असफल रहने के आरोप लगा रहा है।
चिंतन शिविर के समय घटनाओं ने बढ़ाई चिंता
दरअसल सरकार के समक्ष सबसे परेशानी यही है कि 13 मई से 15 मई तक पार्टी का राष्ट्रीय चिंतन शिविर उदयपुर में आयोजित होना है और चिंतन शिविर से पहले ही प्रदेश में लगातार सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं बढ़ रही हैं, इस तरह की घटनाओं से पार्टी के अंदर ही सवाल उठने लगे हैं।