राज्य सरकार ने बालिकाओं के लिए कई तरह की योजनाएं लागू की है , जिसमें किशोर बालिकाओं के आत्मसम्मान और स्वाभिमान की नई उड़ान, निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन वितरण योजना , बालिकाओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रावधान पीसीपीएनडीटी एक्ट इस अधिनियम के तहत गर्व शिशु का गर्भ परीक्षण अपराध किया है।
सीएम ने लिखा कि आमजन भी जागरूक नागरिक का फर्ज निभाते हुए मुखबिर बनकर इस अभियान में भागीदार बने। इसके अलावा बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए कई तरह की शिक्षा के क्षेत्र में योजनाएं लागू की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारी बेटियों को उनके हौसलों की उड़ान उड़ने की आजादी देने की जरूरत है, प्रदेश की बेटियों ने देश विदेश में अपना और अपने परिवार का नाम ऊंचा किया है।
लेखरा ने भी बेटी बचाने की अपील
इधर राज्य सरकार की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं की ब्रांड एंबेसडर अवनी लेखरा ने भी राष्ट्रीय बालिका दिवस की बधाई देते हुए बेटी बचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि बेटी बचेगी तो सृष्टि रचेगी। लेखरा ने कहा कि बेटी और बेटे में कोई भेदभाव न करें। आप अपनी बेटियों को सपना पूरा करने में उनका साथ दें। हम बेटियां वह सब कर सकती जो बैठे कर सकते हैं। हम उस हर उस फील्ड में मौजूद है जिसमें बेटे भी हैं। चाहे फिर प्लेन चलाना हो जाए शूटिंग रेंज है , इसलिए मैं आपसे एक बार फिर अनुरोध करूंगी कि आप अपनी बेटियों को पढ़ाएं और उन्हें आगे बढ़ाएं।