सीएम गहलोत ने पीएम मोदी के सामने गिनाईं नेहरू, यूपीए सरकार की उपलब्धियां
वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ( Western Dedicated Freight Corridor ) के रेवाड़ी मदार खंड का लोकार्पण और डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन फ्लैगऑफ कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शामिल हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Chief Minister ashok Gehlot ) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra modi ) , रेलमंत्री को संबोधित करते हुए रेलवे के विकास और विस्तार से जुड़ी पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू, यूपीए सरकार के समय की उपलब्धियां भी गिनाईं।

जयपुर
वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ( Western Dedicated Freight Corridor ) के रेवाड़ी मदार खंड का लोकार्पण और डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन फ्लैगऑफ कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शामिल हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Chief Minister ashok Gehlot ) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) , रेलमंत्री को संबोधित करते हुए रेलवे के विकास और विस्तार से जुड़ी पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू, यूपीए सरकार के समय की उपलब्धियां भी गिनाईं।
नेहरू, यूपीए सरकार की उपलब्धि भी गिनाईं
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पंडित नेहरू रेलवे के लिए चाहे इंजन हों चाहे डब्बे हों, सब इम्पोर्ट होते थे। नेहरू की दूरदृष्टि थी कि जिस प्रकार से उन्होंने बड़े.बड़े बांध.कारखाने बनाए, उसी रूप में उन्होंने रेलवे पर ध्यान दिया। डब्बे.इंजन यहां बनने लगें। फ्रांस से एग्रीमेंट हुआ। उसके बाद में लंबा सफ़र तय करते.करते 2006 के अंदर जब यूपीए गवर्नमेंट के समय डीएफसीसीआईएलए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की स्थापना हुई। डॉ मनमोहन सिंह के वक्त में एक नया इतिहास रचा गया। एक नई दृष्टि सामने लाई गई। किस प्रकार से पैरेलल ईस्टर्न वेस्टर्न कॉरिडोर बने फ्रेट के लिए ताकि देश की आर्थिक गतिविधियां तेज गति से बढ़ सकें।
इतिहास रचने के बराबर काम
इस कार्यक्रम के अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि आज रेलवे एक नया इतिहास बनाने जा रहा है। देश की आजादी के पहले से ही देश में रेलों का विकास होना प्रारंभ हुआ और 170 साल का लंबा इतिहास है। भारतीय रेलवे का इतिहास वर्ष 1853 से शुरू हुआ और लंबा सफर तय करते.करते अब डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन का शुरू होना और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का बनना, एक इतिहास रचने के बराबर है।
डीएफसी स्टेशन बनाने की मांग रखी
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कोविड के बाद में राज्यों की स्थिति बहुत ही विकट हो चुकी है। फिर भी हमारा प्रयास है कि खुशखेड़ा, भिवाड़ी, नीमराणा, और जोधपुर.पाली.मारवाड़ औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के काम साथ.साथ में चलें और राज्य में भिवाड़ी में भी एक स्टेशन बनें ताकि उसका लाभ मिल सकें, क्योंकि नीमराणा के अंदर भिवाड़ी क्षेत्र में जापानी जोन है और वो अपने आप में पूरे देश के अंदर अनूठा जोन है जो कि स्पेसिफिक जापानीज़ इन्वेस्टमेंट जोन हो रहा है। भिवाड़ी में लगभग 6521 औद्योगिक इकाइयां हैं। अगर वहां रेलवे स्टेशन बनता है, तो आने वाले समय में उसका लाभ सभी को मिलेगा। गहलोत ने कार्यक्रम में भिवाड़ी के सलारपुर औद्योगिक क्षेत्र में डीएफसी स्टेशन बनाने की मांग रखी।
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