वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाले संवाद कार्यक्रम में संबंधित विभागों के मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, जिला कलेक्टर्स, जिला प्रमुख, मेयर सभापति, सीएमएचओ, जिला परिषद सदस्य, प्रधान, उप प्रधान, पार्षद, स्थानीय निकायों के चेयरपर्सन, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच और वार्ड स्तर तक के प्रतिनिधि, सिविल सोसाइटी, एनजीओ प्रतिनिधि और खेलकूद से जुड़े लोग भी वीसी के जरिए शामिल होंगे। प्रदेश स्तरीय संवाद कार्यक्रम का सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रसारण भी होगा।
शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का टारगेट
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तमाम जनप्रतिनिधि, अधिकारियों और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के टारगेट को लेकर चर्चा करेंगे। साथ ही लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने का आह्वान भी जनप्रतिनिधियों से करेंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, जनप्रतिनिधियों, जिला कलेक्टर्स और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर उनके सुझाव भी लेंगे, साथ ही साथ ही निर्देश की देंगे भी देंगे कि जनप्रतिनिधि और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि गांव-गांव ढाणी-ढाणी जाकर लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करें और उन्हें वैक्सीनेशन लगवाने के लिए प्रेरित करें।
युवाओं पर विशेष फोकस
दरअसल सरकार का 18 से 44 साल के युवाओं पर विशेष फोकस है। हालांकि केंद्र की युवाओं के फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में 18 से 44 साल के युवाओं के लिए फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा की थी और इस पर काम भी शुरू कर दिया था लेकिन अब केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा कर दी है ऐसे में सरकार की मंशा है कि 18 से 44 साल के सभी युवाओं को फ्री वैक्सीनेशन का लाभ मिल जाए।