जयपुर

फोन टैपिंग मामलाः पूछताछ के लिए दिल्ली पहुंचे सीएम गहलोत के ओएसडी, क्राइम ब्रांच के सवालों से होगा सामना

-फोन टैपिंग मामले में लोकेश शर्मा करेंगे क्राइम ब्रांच के सवालों का सामना, क्राइम ब्रांच ने तीसरी बार नोटिस जारी कर पेश होने को कहा था, पहले दो बार लोकेश शर्मा व्यक्तिगत उपस्थित नहीं हो पाए थे, दिल्ली पुलिस की एफआईआर के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में 13 जनवरी को होगी सुनवाई

जयपुरOct 21, 2021 / 05:40 pm

firoz shaifi

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जयपुर। प्रदेश के बहुचर्चित फोन टेपिंग मामले मे दिल्ली पुलिस की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा को जारी किए गए नोटिस के बाद लोकेश शर्मा पूछताछ के लिए दिल्ली पहुंचे हैं, जहां शुक्रवार को सुबह 11 बजे उन्हें क्राइम ब्रांच के सवालों का सामना करना है। बताया जाता है कि दिल्ली क्राइम ब्रांच आमने-सामने ओएसडी लोकेश शर्मा से फोन टैपिंग मामले में 10 से ज्यादा सवालों को लेकर पूछताछ करेगी।
फोन टैपिंग मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से दिल्ली पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद यह पहला मौका है जब लोकेश शर्मा पहली बार क्राइम ब्रांच से रूबरू होंगे। इससे पहले दो बार भी क्राइम ब्रांच ने लोकेश शर्मा को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था लेकिन उन्होंने दोनों बार व्यक्तिगत रूप से हाजिर नहीं होने का हवाला देकर वर्चुअल पेश होने की छूट मांगी थी।

क्राइम ब्रांच की कार्रवाई पर रोक
हालांकि दिल्ली क्राइम ब्रांच ने भले ही मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा को नोटिस जारी कर व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा हो लेकिन क्राइम ब्रांच केवल उनसे पूछताछ ही कर पाएगी। लोकेश शर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाएगी। इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट क्राइम ब्रांच को निर्देश दिए हुए हैं।

एफआईआर के खिलाफ 13 जनवरी को होगी दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई
फोन टैपिंग मामले में दिल्ली पुलिस की एफआईआर के खिलाफ मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका पर अब 13 जनवरी 2022 को सुनवाई होनी है। दरअसल लोकेश शर्मा ने फोन टैपिंग मामले को क्षेत्राधिकार मामला बताते हुए दिल्ली पुलिस की एफआईआर को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।

लोकेश शर्मा का कहना था कि फोन टैपिंग से जुड़ा मामला राजस्थान का है, लिहाजा इस मामले को राजस्थान ही ट्रांसफर किया जाए। गौरतलब है कि विधानसभा में सरकार की ओर से फोन टैपिंग मामले की स्वीकारोक्ति के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसे निजता का उल्लंघन बताते हुए मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा के खिलाफ दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी। हालांकि इसी मामले दिल्ली पुलिस ने मुख्य सचेतक महेश जोशी को भी नोटिस जारी करके पेश होने को कहा था, जोशी क्राइम ब्रांच के सामने पेश नहीं हुए थे।

 

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