गहलोत मंगलवार रात मुख्यमंत्री निवास पर वीसी के माध्यम से वैक्सीनेशन अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने हैल्थ केयर वर्कर्स एवं आमजन का आहवान किया कि वे टीकाकरण करवाएं और किसी भी तरह की भ्रांति से बचें। उन्होंने भारत सरकार की गाइडलाइन को फॉलो करते हुए प्रदेश में वैक्सीनेशन के लक्ष्य को तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूरोप सहित विश्व के कुछ देशों में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए हमें पूरी तरह सावचेत रहने की जरूरत है। हैल्थ केयर वर्कर्स का वैक्सीनेशन होने पर वे आगे आने वाली किसी भी चुनौती का मुकाबला पूरे आत्मविश्वास के साथ कर पाएंगे और कोरोना से प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा का अपना दायित्व बखूबी निभा सकेंगे।
गहलोत ने कहा कि कोविन सॉफ्टवेयर में तकनीकी बाधाओं के कारण टीकाकरण के लक्ष्य की प्राप्ति में कठिनाई अनुभव की जा रही है। ऐसे में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर डेटा अपलोड करने में आ रही तकनीकी बाधाओं को दूर किया जाए।
बैठक में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि जयपुर, दौसा एवं गंगानगर सहित जिन जिलों में वैक्सीनेशन का प्रतिशत कम है, वहां के कलेक्टर्स, सीएमएचओ एवं विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ वीसी कर वैक्सीनेशन को गति देने के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।
बैठक में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुधीर भण्डारी ने कहा कि अभी तक जिन हैल्थ केयर वर्कर्स का वैक्सीनेशन हुआ है, उनमें से सभी आयु वर्गों में साइड इफेक्टस जीरो रहा है। आरयूएचएस के कुलपति राजाबाबू पंवार, विशेषज्ञ चिकित्सक वीरेन्द्र सिंह, अशोक अग्रवाल, एम एल गुप्ता, रमन शर्मा, रामबाबू शर्मा, अमिता कश्यप सहित अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों ने टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए सुझाव दिए।