आज सुबह 10:30 बजे से वर्चुअल होने वाली इस बैठक में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर सहित गृह विभाग के भी कई आलाधिकारी बैठक में मौजूद रहेंगे। संभवत गहलोत सरकार में ऐसा पहली बार हो रहा है जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार दूसरे दिन भी तमाम जिलों के पुलिस अधीक्षकों की वर्चुअल बैठक ले रहे हैं।
ऐसे में इस बैठक में कई अहम मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि प्रदेश में 2 साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में विपक्ष को खराब कानून व्यवस्था और बढ़ते अपराधों का मुद्दा नहीं मिले, इसलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार पुलिस के उच्चाधिकारियों की बैठकर लेकर उन्हें अलर्ट मोर्ड पर रहने के निर्देश दे रहे हैं।
गुरुवार को भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगातार 3 घंटे तक चली बैठक में तमाम अधिकारियों को अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे। साथ ही मादक पदार्थ तस्करों और संगठित अपराधों के खिलाफ भी कड़े एक्शन लेने के निर्देश दिए गए थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तमाम जिलों के पुलिस अधीक्षकों से उनके कामकाज का रिपोर्ट कार्ड भी लिया था।
गौरतलब है कि प्रदेश में बढ़ते अपराधों और महिला अपराधों को लेकर गहलोत सरकार इन दिनों विपक्ष के निशाने पर है। अलवर दरिंदगी मामले में भी पुलिस की जांच पर सवाल उठने के बाद यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो के सुपुर्द कर दिया गया था । बढ़ते अपराधों के बाद गृह मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार गृह विभाग और पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक के लेकर कानून व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दे रहे हैं।