इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में आयोजित राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद के अधिवेशन में सीएम राजे ने कहा कि 800 आरएएस, 300 आईएएस और 200 विधायक प्रदेश का चेहरा हैं। ये सभी 1300 ऑफिसर और जनप्रतिनिधि राजस्थान की 7.50 करोड़ जनता का भविष्य बदल सकते हैं।अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में सीएम ने कहा कि हमें ऐसे कार्य करने है जिससे आमजन के चेहरे पर स्थाई मुस्कान रहे।
राजस्थान का शिक्षा में चौथा स्थान अधिवेशन के दौरान सीएम ने प्रदेश की शिक्षा को अव्वल बताया और कहा हमारा प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में देश मे चतुर्थ स्थान पर है। उन्होंने कहा कि जब वे पहली बार प्रदेश की सीएम बनी उस समय कोई भी आईटी अपनाना नहीं चाहता था, लेकिन आज राजस्थान आईटी के क्षेत्र में देश के अव्वल राज्यों में शुमार है। सीएम राजे ने राजस्थान प्रशासनिक परिषद का अधिवेशन में आरएसएस अधिकारियों की प्रशंसा भी की।
सीएस एनसी गोयल ने भी अधिकारियों को सरकारी की जनकल्याणकारी योजनाओं में भागीदारी बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं में पूर्ण रूप से भागीदारी निभायी है।
पदोन्नत हुए अधिकारियों को किया सम्मानित इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत हुए अधिकारियों को सम्मानित किया। राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद के निदेशक एवं संयुक्त सचिव डीएलबी पवन अरोड़ा को भी मुख्यमंत्री ने शॉल एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
जयपुर की सफाई में लाहौटी का नेतृत्व सर्वश्रेष्ठ जयपुर की सफाई की तारीफ़ में सीएम ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान नगर निगम अधिकारियों ने महापौर अशोक लाहोटी के नेतृत्व में एक मिसाल कायम की है। यह इच्छा शक्ति का ही परिणाम है कि आज जयपुर शहर प्रदेश में स्वच्छता में अग्रणी है। उन्होनें कहा कि यह स्वच्छता प्रदेश के अन्य शहरों एवं प्रदेश के अन्य 6 संभागों में भी नजर आनी चाहिए। आज लोग दिल्ली में नहीं बल्कि जयपुर में रहना पसंद करते है।