1. भरतपुर नगर निगम— निगम के सचिव रविन्द्र से पट्टों की फाइलें लंबित रहने पर जवाब तलब किया है। यहां बेवजद फाइलें लंबित रखी जा रही है, जबकि इनके लिए ले आउट प्लान मंजूरी किए जा सकते हैं। इसे घोर लापरवाही में माना है।
2. बयाना नगर पालिका— पालिका के अधिशासी अधिकारी जितेन्द्र गर्ग को भी पट्टों से जुड़ी फाइलों का निस्तारण समय पर नहीं करने, लंबित रखकर अटकाने पर जिम्मेदार माना गया है। 3. बारां नगर परिषद— नगर पालिका में पट्टे जारी करने की 2205 फाइलें बेवजह लंबित हैं,जबकि इनके लिए भी ले आउट प्लान मंजूर किए जा चुके हैं। नोटिस में लिखा गया है कि,आयुक्त ने सरकार के निर्देशों की अवहेलना की, कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरती है। इस कारण प्रकरण लंबित होना खेदजनकर है। यहां आयुक्त मनोज कुमार मीणा है।
4. बांसवाड़ा नगर परिषद— यहां पट्टों से जुड़ी 1415 फाइलें लंबित हैं। आयुक्त प्रभुलाल भापोर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें भी सरकार के निर्देशों की पालना नहीं करने पर गंभीरता जताई है।
फिर नोटिस के क्या मायने
सरकार ने पहले भी निकाय के प्रमुख अधिकारियों को नोटिस जारी किए, लेकिन उनका भी असर नहीं हो रहा। इन नोटिस के आधार पर किसी भी अफसर पर सख्त एक्शन नहीं लिया गया। न ही जिम्मेदारों को वहां से हटाकर दूसरी जगह भेजा। यही कारण है कि लापरवाही कम नहीं हो रही।
फिर नोटिस के क्या मायने
सरकार ने पहले भी निकाय के प्रमुख अधिकारियों को नोटिस जारी किए, लेकिन उनका भी असर नहीं हो रहा। इन नोटिस के आधार पर किसी भी अफसर पर सख्त एक्शन नहीं लिया गया। न ही जिम्मेदारों को वहां से हटाकर दूसरी जगह भेजा। यही कारण है कि लापरवाही कम नहीं हो रही।
एक दिन में देने थे, 54 दिन बाद भी एक लाख पट्टे नहीं
अभियान 2 अक्टूबर को शुरू हुआ और सरकार ने पहले ही दिन 1 लाख पट्टे देने का लक्ष्य तय किया। लेकिन हकीकत यह है कि 54 दिन बाद भी इस आंकड़े को छुआ नहीं जा सका है। इससे सरकार के दावे पर सवाल उठ रहा है। जबकि, सरकार लगातार रियायतों का पिटारा खोले जा रही है पर फिर भी जनता अपेक्षित रूप से साथ नहीं आ रही।
अभियान 2 अक्टूबर को शुरू हुआ और सरकार ने पहले ही दिन 1 लाख पट्टे देने का लक्ष्य तय किया। लेकिन हकीकत यह है कि 54 दिन बाद भी इस आंकड़े को छुआ नहीं जा सका है। इससे सरकार के दावे पर सवाल उठ रहा है। जबकि, सरकार लगातार रियायतों का पिटारा खोले जा रही है पर फिर भी जनता अपेक्षित रूप से साथ नहीं आ रही।
इन पर दारोमदार
-भवानी सिंह देथा, शासन सचिव, स्वायत्त शासन सचिव
-कुंजीलाल मीणा, प्रमुख शासन सचिव, नगरीय विकास विभाग
-भवानी सिंह देथा, शासन सचिव, स्वायत्त शासन सचिव
-कुंजीलाल मीणा, प्रमुख शासन सचिव, नगरीय विकास विभाग