लोग यों हो रहे परेशान मानसरोवर निवासी प्रकाश रॉय ने साल 2021 में कार खरीदी। वे अपने उत्तर प्रदेश स्थित पैतृक घर गए और वहां मैकेनिक से 49 हजार रुपए में सीएनजी किट लगवा लिया। वापस जयपुर आए तो यहां आरटीओ में पंजीकरण करवाने पहुंचे। आरटीओ कर्मचारियों ने आरसी में पंजीकरण करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि अभी बीएस 6 कारों में सीएनजी किट लगाने की अनुमति नहीं है।
वैशाली नगर निवासी अशोक सक्सेना ने दिसम्बर 2020 में पेट्रोल कार खरीदी थी। अब उसमें सीएनजी किट लगवाना चाहा मगर अनुमति नहीं होने के कारण लगवा नहीं पाए। सक्सेना ने बताया कि आरटीओ में सम्पर्क किया था तो वहां अनुमति नहीं होने का पता चला। शहर में अधिकृत मैकेनिक बीएस 6 कारों में सीएनजी किट नहीं लगा रहे हैं। जबकि अनाधिकृत मैकेनिक 50 हजार रुपए में किट लगा रहे हैं।
मंत्रालय ने जनवरी में दी थी अनुमति सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस साल जनवरी माह में बीएस 6 गाड़ियों में सीएनजी किट लगाने को लेकर मसौदा अधिसूचना जारी की थी। जिसमें बताया गया था कि जल्द ही कार मालिक अपनी बीएस6 पेट्रोल गाड़ियों में सीएनजी किट लगवा सकेंगे। जिससे उनकी ईधन पर खर्च होने वाली लागत में 40 से 50 फीसदी की कमी आएगी। इस संशोधन के बाद 3.5 टन से कम वजनी बीएस 6 कारों में सीएनजी या एलपीजी किट लगाए जा सकेगी।
दो साल से बिक रहे बीएस 6 के वाहन ही मंत्रालय ने दो साल पहले ही बीएस 4 इंजन के वाहनों पर रोक लगा दी। साल 2020 से बीएस 6 के वाहन ही बिक रहे हैं। ऐसे में लाखों लोग सस्ते ईंधन का इंतजार कर रहे हैं। वहीं अभी तक केवल बीएस-4 वाहनों में ही सीएनजी रेट्रोफिटमेंट की अनुमति है।
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