नए साल में दो बार मावठ के बाद से छा रहा कोहरा रबी फसलों के लिए वरदान बन गया है। रबी की फसलों को ओस रूपी पानी मिलने से प्राकृतिक नाइट्रोजन मिल रही है। इससे पकाव की ओर अग्रसर फसलों का बेहतर उत्पादन मिलने की उम्मीद है।
झुंझुनूं, सीकर, अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, पाली, बीकानेर, धौलपुर यूं रहा शहरों में दिन और रात के पारे में अंतर शहर : अधिकतम : न्यूनतम : अंतर डिग्री सेल्सियस में
अजमेर — 15 : 13.3 : 1.7
कोटा : 17.6 : 15.6 : 2 डबोक : 18.6 : 14.4 : 4.6
चूरू : 17.4 : 9.5 : 7.9 श्रीगंगानगर : 11.5 : 7.2 : 4.3
भीलवाड़ा : 17.9 : 14.9 : 3
पिलानी : 17.2 : 10.4 : 6.8 सीकर : 15.5 : 11.5 : 4
चित्तौडगढ़ : 17.9 : 15.4 : 2.9 फतेहपुर : 17 : 10 : 7