विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर यह कॉमिक लॉन्च की सीरीज में यह पांचवीं लॉन्चिंग है। ये कॉमिक्स डायमंड कॉमिक्स के अक्टूबर अंक के साथ बच्चों में निशुल्क वितरित की जा रही हैं। साथ ही देशभर में ऑर्बिस और उसके पार्टनर्स की ओर से भी स्कूली बच्चों के बीच फ्री में बांटी जा रही हैं।
इन कॉमिक्स को राज्य सरकार के मुख्य सचिव डी.बी.गुप्ता ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंधता और दृष्टि बाधा पर राष्ट्रीय कार्यक्रम से जुड़े प्रमुख लोगों की मौजदूगी में लॉन्च किया। इस मौके पर शंकरा आई हॉस्पिटल जयपुर, विजन 2020 इंडिया और देश में नेत्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत अन्य अस्पतालों और गैर सरकारी संगठनों के प्रमुख लोग भी उपस्थित थे।
ऑर्बिस के कंट्री डायरेक्टर डॉ. ऋषि राज बोराह ने कहा कि आमतौर पर बच्चों में आंखों की परेशानियों पर कई कारणों से ध्यान नहीं दिया जाता है। इनमें एक कारण यह भी है कि बच्चे इस बात को महसूस ही नहीं कर पाते कि वे स्पष्ट रूप से नहीं देख पा रहे हैं। कॉमिक्स नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता के लिए छोटी उम्र में ही बच्चों तक पहुंचने के लिए बेहतरीन माध्यम हैं।
इन कॉमिक्स की कहानियों में लोकप्रिय कॉमिक पात्र चाचा चौधरी और साथ ही ऑर्बिस इंडिया की मस्कट (शुभंकर) ट्विंकल का उपयोग किया गया है ताकि बच्चों के साथ आसानी से जुड़ सकें। ये कॉमिक्स तीन भाषाओं अंग्रेजी, हिन्दी और बंगाली में उपलब्ध हैं।
शंकरा आई फाउंडेशन के प्रेसिडेंट मेडिकल एडमिनिस्ट्रेटर और जानेमाने बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कौशिक मुरली ने कहा कि यह देखना अद्भुत है कि बच्चों के सबसे पसंदीदा कॉमिक पात्र चाचा चौधरी बच्चों को नेत्र ज्योति और चश्मा पहनने का महत्व समझाते नजर आएंगे। हमें उम्मीद है कि यह संदेश स्टूडेंट्स को इस बात के लिए प्रेरित करेगा कि वे चश्मा पहनने वाले अपने सहपाठियों के साथ ठीक से पेश आएं जिससे नजर का चश्मा पहनने वाले प्रोत्साहित हो और बच्चे नजर के चश्मों का भरपूर फायदा ले पाएं।
विश्व दृष्टि दिवस हर वर्ष अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है, जिसका मकसद अंधेपन और आंखों की रोशनी केमहत्व की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित करना है। भारत में 88 लाख लोग अंधेपन का शिकार हैं, जो पूरी दुनिया में अंधेपन के शिकार करीब 3.6 करोड़ लोगों का एक चौथाई हिस्सा है।