परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों ने निर्धारित समय से एक घंटा पहले ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना शुरू कर दिया था। बड़ी संख्या में अभिभावक अपने बच्चों के लेकर परीक्षा केंद्र पहुंचे । अचानक मौसम बदलने के कारण बरसात शुरू हो गई जिसे अभिभावकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा वह बारिश के कारण परीक्षा केंद्र के बाहर पेड़ों के नीचे पनाह लेते नजर आए।
सामाजिक दूरी की पालना के प्रयास परीक्षा केंद्रों पर उन्हें ६ फीट की तय दूरी की पालना करने के लिए बनाए गए सर्किल में खड़ा किया गया और हर परीक्षार्थी के हाथों को सेनेटाइज किया गया और थर्मल स्क्रेनिंग की गई। स्कूल के टीचर्स परीक्षार्थियों को 6 फ़ीट की दूरी पी पालना करने की समझते हुए नज़र आये।
इसके साथ ही उनका एडमिट कार्ड भी चैक किया गया।
परीक्षा केंद्र में जहाँ गाइडलाइन की पालना का ध्यान रखा गया वही बाहर अभिभावक और परीक्षार्थी कोविड19 को लेकर लापरवाह नज़र आये। सड़क पर सोशल डिस्टेन्स का किसी को ध्यान नही था।
आपको बता दे कि परीक्षाएं 12 सितंबर तक चलेंगी। परीक्षाओं में 1 लाख 23 हजार 148 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। बोर्ड ने प्रदेश में 235 परीक्षा केन्द्र बनाए हैं। सर्वाधिक केंद्र जयपुर में 21 बनाए गए हैं। बोर्ड ने सभी परीक्षा केंद्रों पर हेल्थ प्रोटोकॉल के पालना के निर्देश दिए हैं। साथ ही हैंड सैनेटाइजर के लिए हर परीक्षा केंद्र को अलग से बजट भी दिया जा रहा है।
सेकंडरी के परीक्षार्थी अधिक
बोर्ड की पूरक परीक्षा में 1 लाख 23 हजार 148 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से सबसे ज्यादा 93 हजार 700 सेकेंडरी के हैं, जबकि 38 हजार 500 सीनियर सेकेंडरी के। 734 प्रवेशिका और 214 वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा के परीक्षार्थी भी हैं।