21 दिन में बरबाद हो जाएगी फसल
केवल झालावाड़ के ही नहीं महाराष्ट्र में नागपुर से लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई अन्य जिलों में संतरे की खेती होती है। कई जगह किसान किन्नु भी लगाते हैं। ये संतरे की फसल पकने का समय है लेकिन कोरोना संकट के चलते किसान के बाग तक व्यापारी नहीं आ रहे हैं, परेशान किसान राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार से गुहार लगा रहे हैं। किसान पंकज पाटीदार ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विटर पर लिखा कि मामाजी किसानों के संतरे के बगीचे पूर्ण रूप से पक चुके हैं अगर 21 दिन तक ये फल किसान बेच नहीं पाया तो सारा फल गिर कर खराब हो जाएगा। पौधों की संख्या ज्यादा होने पर किसान स्वयं मंडी में नहीं बेच सकता इसलिए जो लोग बगीचे का फल लेते है उन्हें गांव में आने दिया जाए।
केवल झालावाड़ के ही नहीं महाराष्ट्र में नागपुर से लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई अन्य जिलों में संतरे की खेती होती है। कई जगह किसान किन्नु भी लगाते हैं। ये संतरे की फसल पकने का समय है लेकिन कोरोना संकट के चलते किसान के बाग तक व्यापारी नहीं आ रहे हैं, परेशान किसान राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार से गुहार लगा रहे हैं। किसान पंकज पाटीदार ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विटर पर लिखा कि मामाजी किसानों के संतरे के बगीचे पूर्ण रूप से पक चुके हैं अगर 21 दिन तक ये फल किसान बेच नहीं पाया तो सारा फल गिर कर खराब हो जाएगा। पौधों की संख्या ज्यादा होने पर किसान स्वयं मंडी में नहीं बेच सकता इसलिए जो लोग बगीचे का फल लेते है उन्हें गांव में आने दिया जाए।
केंद्र सरकार का आदेश
लॉकडाउन के दौरान देशभर में खाद, बीज और कीटनाशक की दुकानें खुली रहेंगी।
किसान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए खेत में काम कर सकते हैं।
राजस्थान सरकार ने भी फसल कटाई के लिए किसानों के हित में नई गाइडलाइंस जारी की है।
सब्जियों को जरूरी सामान की सप्लाई में रखा गया है मंडियों पर रोक नहीं है लेकिन कई जगह पुलिस.प्रशासन समस्या बन रहा है।
लॉकडाउन के दौरान देशभर में खाद, बीज और कीटनाशक की दुकानें खुली रहेंगी।
किसान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए खेत में काम कर सकते हैं।
राजस्थान सरकार ने भी फसल कटाई के लिए किसानों के हित में नई गाइडलाइंस जारी की है।
सब्जियों को जरूरी सामान की सप्लाई में रखा गया है मंडियों पर रोक नहीं है लेकिन कई जगह पुलिस.प्रशासन समस्या बन रहा है।