जयपुरPublished: Aug 19, 2023 02:35:58 pm
Kirti Verma
एक ओर जहां सरकार नि:शुल्क इलाज की सौगात देकर वाहवाही लूट रही है। वहीं, दूसरी ओर जयपुरिया अस्पताल में शाम के बाद जरूरी जांच नहीं की जाती है। इसके कारण मरीजों को सवाई मानसिंह अस्पताल रैफर किया जा रहा है।
जयपुर/देवेंद्र राठौड़ . एक ओर जहां सरकार नि:शुल्क इलाज की सौगात देकर वाहवाही लूट रही है। वहीं, दूसरी ओर जयपुरिया अस्पताल में शाम के बाद जरूरी जांच नहीं की जाती है। इसके कारण मरीजों को सवाई मानसिंह अस्पताल रैफर किया जा रहा है। जयपुरिया अस्पताल में मालवीय नगर, दुर्गापुरा, सांगानेर, टोंक रोड, गोपालपुरा समेत आसपास के क्षेत्रों से रोजाना तीन हजार से ज्यादा मरीज आते हैं। इनमें 150 से ज्यादा मरीज गंभीर हालत में अस्पताल के इमरजेंसी ब्लॉक में लाए जाते हैं। मरीजों को यहां पर शाम से लेकर सुबह तक परेशानी से जूझना पड़ता है। वजह, शाम पांच बजे बाद सीटी स्कैन, एमआरआई, 2डी-ईको समेत अन्य जरूरी जांचें बंद हो जाती है। इस कारण मरीजों का उपचार प्रभावित होता है। ऐसी स्थिति में इमरजेंसी में कार्यरत चिकित्सक उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद एसएमएस अस्पताल रैफर कर देते हैं। रोजाना 5 से 10 मरीजों को जरूरी जांचों के अभाव में रैफर करना पड़ रहा है। वहां पर भी मरीजों को जांच के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।