जनसंघ से जुड़े आरके सिन्हा ने लोकसभा चुनाव में भी पटना साहिब सीट से दावेदारी पेश की थी, लेकिन रविशंकर प्रसाद के मैदान में उतरने से उनके अरमानों पर पानी फिर गया था। बिहार में कायस्थ समुदाय भाजपा का मजबूत वोटबैंक माना जाता है। पिछले साल तक कायस्थ समुदाय के दो राज्यसभा सदस्य बिहार से थे, जिनमें आरके सिन्हा और रविशंकर प्रसाद शामिल थे। लोकसभा चुनाव में रविशंकर प्रसाद जीतकर लोकसभा पहुंच गए और अब सिन्हा का कार्यकाल पूरा हो रहा है। वहीं सीपी ठाकुर भी भाजपा के दिग्गज नेता माने जाते हैं और भूमिहार समुदाय से आते हैं। भूमिहार समुदाय भी बीजेपी का मजबूत वोटबैंक माना जाता है।
भाजपा ही नहीं बल्कि जेडीयू में भी बेचैनी बढ़ी हुई है। जेडीयू से हरिवंश सिंह, कहकशां परवीन और रामनाथ ठाकुर का कार्यकाल पूरा हो रहा है। हरिवंश सिंह राज्यसभा में उप सभापति हैं और पार्टी उन्हें अगर दोबारा नहीं भेजती है तो जेडीयू के कोटे से यह महत्वपूर्ण पद निकल जाएगा। इसके अलावा बाकी दो राज्यसभा सीटों पर अतिपिछड़े समुदाय से आने वाले कहकशां परवीन और रामनाथ ठाकुर हैं, जो जेडीयू का मजबूत वोटबैंक माना जाता है। ऐसे में अब देखना होगा कि पार्टी इनमें से किसे दोबारा से भेजती है या फिर नहीं।