राजधानी जयपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ता बंद कराने के लिए टोलियों में निकल गए। शहर के बनीपार्क, मालवीय नगर, राजपार्क, शास्त्री नगर, छोटी-बड़ी चौपड़, रामगंज, त्रिपोलिया बाजार, चौड़ा रास्ता, चांदपोल, झोटवाड़ा और सांगानेर इलाकों में कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों से बंद में सहयोग करने की अपनी करते दिखे। इस दौरान जहां कई व्यापारियों ने कांग्रस कार्यकर्ताओं के आग्रह पर अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए, वहीं कई दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए है कि किसी भी प्रकार हिंसा या लड़ाई झगड़े से दूर रहना है, जनता से हाथ जोड़कर निवेदन कर बंद में सहयोग करने के लिए कहा गया है। साथ ही अगर कोई दुकानदार अपना प्रतिष्ठान खोलता है बंद कराने के लिए उसके साथ जोर जबरदस्ती न की जाए। इससे पहले रविवार को दिनभर शहर के सभी इलाकों में कांग्रेस कार्यकर्ता टोलियों में घूम-घूमकर लोगों से बंद में सहयोग करने की अपील करते दिखे।
सवाईमाधोपुर के मलारना डूंगर में बढ़ते डीजल – पेट्रोल के दाम व बढ़ती महंगाई के विरोध में कांग्रेस का भारत बन्द का आह्वान के बाद भी भारत बन्द का नही कोई असर नहीं रहा। सुबह से ही नियमित बाजार खुले रहे।
सीकर जिले में देशव्यापी बंद के आह्वान के तहत रानोली कस्बा सोमवार को पूर्णतया बंद रहा। सुबह से ही व्यापारियों ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। । इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने महंगाई के लिए भाजपा सरकार को दोषी ठहराया।
जैसलमेर के पोकरण में कांग्रेस के भारत बंद के आह्वान का असर नहीं देखा गया। पोकरण के अधिकतर व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले दिखाई दिए वहीं कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों के रिश्तेदारों ने ही अपनी दुकानें बंद की, वहीं दूसरी और दुकानदारों ने अपनी दुकान के आगे बोर्ड लगाकर कांग्रेस जनों से यह पूछा कि 6 तारीख के भारत बंद के दौरान आप लोग कहां थे जिसका जवाब कांग्रेस नेता नहीं दे पाए और वहां से मुंह लटकाए निकल गए।
किशनगढ़ में कांग्रेस का आयोजित भारत बंद सफल रहा। इसके अंतर्गत पेट्रोल पंप और कई निजी स्कूल भी बंद रहे। नगर में सुबह से ही दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। कांगे्रस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बाजार में घूमकर बंद करवाया। हालांकि यातायात सामान्य रहा। नगर के मदनगंज, गांधीनगर, अजमेर रोड, जयपुर रोड, सिटी रोड, पुराना एवं नया शहर आदि क्षेत्रों के बाजार बंद रहे।
बूंदी में भी भारत बंद का असर देखा गया। पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को बूंदी शहर सहित प्रमुख कस्बे बंद रहे।कांग्रेस का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दिया। सुबह से ही अलग-अलग गुटों में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बंद कराने के लिए सड़कों पर आ गए। जो बाजार खुले उन्हें बंद कराया गया। इस दौरान कई बाजारों में दुकानदारों से झड़प की नौबत भी आई। हालांकि सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर पुलिस अधिकारी पूरे वक्त तैनात रहे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बूंदी जिला कलक्ट्रेट के बाहर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया। बूंदी में कांग्रेस ने दोपहर बाद तक बंद का आह्वान किया था। 3 बजे तक पेट्रोल पंप, 10 बजे तक मेडिकल भी बंद रहे। कई निजी शिक्षण संस्थाएं भी बंद रही।
राजसमंद में भी कांग्रेस के भारत बंद आह्वान के बाद नाथद्वारा में बंद बाजार रहे, कई जगह बहस के बाद दुकानें बंद की । शहर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर के नेतृत्व में बाजार बंद कराने सैंकड़ों समर्थकों के साथ दुकानदारों को फूल देकर बंद कराया। इस दौरान मंदिर मार्ग, नया बाजार, चौपाटी गांधी रोड, सर्राफा बाजार, अहिल्याकुंड, केशव कॉम्पलेक्स, ईंदिरा रोड़, फौज मोहल्ला, तहसील रोड़ सहित कई बाजारों में नारेबाजी करते हुए दुकानें बंद कराई । वहीं कई दुकानदारों ने जूलुस के आगे निकल जाने बाद अपनी दुकानें खोल ली । इस दौरान कई दुकानें खुली ही रही।
नागौर में बढ़ती हुई महंगाई के विरोध में कांग्रेस के आह्वान पर जायल कस्बा बंद रहा, बंद का मिलाजुला असर नजर आया। महंगाई के विरोध में जायल कस्बा बंद रहा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कस्बे के प्रमुख मार्गों से रैली निकालकर बढती महंगाई पर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के भारत बंद का असर रैली के समय आंशिक रूप से व्यापारियों ने स्वेच्छा से प्रतिष्ठान बंद किये।