रालोपा प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल और भाजपा नेता नरेंद्र खींचड़ के झुंझुनूं सांसद बनने से खाली हुई खींवसर और मंडावा पर उपचुनाव का कार्यक्रम आज घोषित कर दिया गया है। प्रदेश में सत्तारूढ कांग्रेस विधानसभा चुनाव में ये दोनों सीटें नहीं जीत पाई थी और यहीं वजह है कि वो अब इन दोनों सीटों को जीतकर विधानसभा में भी अपनी स्थिति मजबूत करना चाह रही हैै। इन दोनों सीटों पर होने वाले उपचुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है। वहीं भाजपा भी ये सीटें जीतकर अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रही है। सूत्रों के अनुसार दोनों ही सीटों पर दोनों दलों की ओर से जिताऊ उम्मीदवार की तलाश के लिए पर्यवेक्षकों को क्षेत्र में जल्द भेजा जाएगा। कई नेताओं ने दोनों ही विधानसभा सीटों पर दावेदारों ने अभी से ही सक्रियता बढ़ा दी है।
खींवसर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो कांग्रेस में यहां से प्रतिपक्ष के पूर्व नेता रामेश्वर डूडी, पूर्व मंत्री हरेंद्र मिर्धा और पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा का नाम चर्चा में है तो वहीं मंडावा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक रीटा चौधरी और कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान का नाम खासा चर्चा में है। वहीं भाजपा में अब पार्टी को दोनों सीटों पर नए उम्मीदवार तलाशने होंगे। गौरतलब है कि नागौर से सांसद चुने गए हनुमान बेनीवाल लगातार तीन बार खींवसर से विधायक चुने गए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में नागौर से सांसद बनने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। बेनीवाल ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ज्योति मिर्धा को चुनाव हराया था, वहीं विधानसभा चुनाव में मंडावा से विधायक चुने गए नरेंद्र कुमार लोकसभा चुनाव में झुंझुनूं से कांग्रेस नेता श्रवण कुमार को हराकर सांसद बने। खींवसर सीट पर रालोपा प्रमुख हनुमान बेनीवाल अपने किसी रिश्तेदार को भी चुनाव में उतार सकते है। हालांकि भाजपा ने अभी यह तय नहीं किया है कि वो खींवसर में बेनीवाल की पार्टी के लिए सीट छोड़ेगी या लड़ेगी।