लॉकडाउन के दौरान जिस प्रकार कोरोना संकट से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से लिए गए फैसलों की कई बीजेपी विधायक भी तारीफ कर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम गहलोत भाजपा कैंप में सेंधमारी करा सकते हैं। सीएम गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट लगातार पूरे चुनाव को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। और एक-एक वोट
पर गहनता से मंथन कर रहे हैं।
पार्टी के विश्वस्त लोगों की माने तो कांग्रेस के रणनीतिकारों ने पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल को पहली वरीयता और नीरज डांगी को दूसरी वरीयता में रखा है। हालांकि कांग्रेस अपनी दोनों सीटों पर जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त है, यहां तक कांग्रेस के पास सरप्लस वोट हैं।
दोनों सीटों के लिए 51-51 वोट चाहिए, जबकि पार्टी के पास निर्दलीय विधाय़कों को मिलाकर 125 वोट हैं। इसी को लेकर पिछले दो दिन से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट नंबर गेम प्लान तैयार करने में जुटे हैं।
असंतुष्ट विधायकों को रखा केसी वेणुगोपाल की वरीयता में
सूत्रों की मान तो कांग्रेस के थिंक टैंक ने सरकार से नाराज चल रहे विधायकों को केसी वेणुगोपाल की वरीयता में रखा है। ऐसे में चाहकर भी ये विधायक क्रॉस वोटिंग नहीं कर पाएंगे। विधानसभा सत्र से लेकर दूसरे कई ऐसे मौके भी आए हैं जब इन विधायकों ने अपनी ही सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
इन विधायकों में कई वरिष्ठ विधायक भी शामिल हैं, जिनका नंबर मंत्रिमंडल में नहीं आने के बाद से ये अंदरखाने नाराज हैं। ऐसे विधायकों की संख्या दो दर्जन बताई जा रही है। वहीं चर्चा ये भी है कि कई विधायकों ने चलाकर पार्टी आलाकमान और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से केसी वेणुगोपाल की वरीयता में शामिल करने की मांग कर चुके हैं।
दिखाकर डालना होगा वोट
वहीं मतदान के दौरान कांग्रेस के विधायक अपने चुनाव एजेंट को दिखाकर वोट डालेंगे, जबकि निर्दलीय और सरकार को समर्थन दे रहे अन्य दलों के विधायक गोपनीय मतदान करेंगे। तीन सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए कांग्रेस ने पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को प्रत्याशी बनाया है तो भाजपा ने राजेंद्र गहलोत को प्रत्याशी बनाया है।
इसके अलावा भाजपा ने पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत को भी चुनाव मैदान में उतार रखा है। गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान 26 मार्च को होना था, लेकिन कोरोना संकट के चलते राज्यसभा चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। हाल ही में चुनाव आयोग ने नई तारीखों का ऐलान किया है।