नगर निगम और पंचायत जिला परिषद की तरह 50 निकायों में कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की घोषणा करने से कतरा रही है। टिकट वितरण की कवायद में जुटे कई पर्यवेक्षकों ने भी इसके संकेत दिए हैं। सूत्रों की माने तो कांग्रेस 50 निकायों में अपने प्रत्याशियों की घोषणा सार्वजनिक नहीं करेगी, बल्कि जिन सिंगल नामों पर मुहर लग चुकी है उन्हें फोन के जरिए सूचित सिंबल अलॉट कर देगी।
बताया जाता है कि आज शाम को फाइनल किए गए प्रत्याशियों को फोन के जरिए सूचना देना शुरू किया जाएगा। ऐसा ही फॉर्मूला कांग्रेस ने नगर निगम और पंचाय़त जिला परिषद चुनाव में भी अपनाया था, जहां नामांकन दाखिल करने तक प्रत्याशियों की सूची सार्वजनिक नहीं की गई थी।
बगावत का डर
सूत्रों की माने तो प्रत्याशियों की सूची सार्वजनिक नहीं करने के पीछे एक वजह बगावत का डर भी है कांग्रेस नेताओं को आशंका है कि अगर सूची पहले जारी कर दी तो टिकट नहीं मिलने से नाराज नेता बागी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में कूदकर पार्टी प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाएंगे। ऐसे में सूची को सार्वजनिक करने से बचा जाए।
सिंबल लेकर क्षेत्र में लौटे पर्यवेक्षक
वहीं दूसरी ओर लगातार तीन दिन तक अपने-अपने प्रभार वाले जिला परिषद, नगर पालिका क्षेत्रों में टिकट वितरण के लिए दावेदारों की रायशुमारी करने के बाद पर्यवेक्षक मंगलवार को जयपुर लौटे थे और तीन-तीन नामों का पैनल पीसीसी चीफ को सौंपा था, जहां स्थानीय विधायकों और नेताओं की राय के बाद सिंगल नाम तय कर पर्यवेक्षकों को सिंबल भी दे दिए गए थे, जिसके बाद पर्यवेक्षक नामों की सूची औऱ सिंबल लेकर बुधवार को अपने- अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में चले गए थे।
आज स्थानीय नेताओं और विधायकों के साथ बैठक चुनाव की रणनीति तैयार करने के साथ ही फाइनल हुए प्रत्याशियों को फोन पर पार्टी प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करने के सूचना देने के साथ ही सिंबल भी अलॉट करने का काम करेंगे।