जल्दबाजी में फायदा नहीं, बन गया मुद्दा
जल्दबाजी में किए निर्णय से जनता को अपेक्षाकृत फायदा नहीं मिला, पीएम समेत भाजपा ने घोषणा को ही मुद्दा बना डाला। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने वादे तो कर लिए, लेकिन पूरा करने का दम नहीं है। मोदी ने राष्ट्रवाद का नारा भी मरूधरा से ही दिया। कांग्रेस हमलों का जवाब नहीं दे सकी व घोषणाओं पर जनता का ध्यान ही नहीं गया। मंत्री या अन्य नेता भी पांच महीने के कामकाज बताने की बजाय मोदी पर ही हमले करते रहे। ऐसे में कांग्रेस चारों खाने चित्त हो गई।
मोदी के बोल कांग्रेस पर पड़े भारी ( Narendra Modi in Rajasthan )
मोदी ने प्रदेश में कुल 9 सभाएं की। हर सभा में मोदी ने नए अंदाज में कांग्रेस को घेरा। चित्तौडगढ़़ में आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि देश से आतंकवाद मोदी ही खत्म कर सकते हैं, वहीं अगले ही दिन जोधपुर में सीएम गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत के प्रत्याशी होने के चलते वंशवाद का मुद्दा उठा दिया। मोदी ने हर सभा में दस दिन में किसान कर्ज माफी नहीं करने और बेरोजगारी भत्ते के लिए युवाओं के भटकने का मुद्दा भी उठाया।
राज्य सरकार ने किए ये महत्त्वपूर्ण फैसले
लघु व सीमांत वृद्ध किसानों को वृद्धावस्था पेंशन
अगले 5 साल तक कृषि बिजली दर नहीं बढ़ाई जाएगी
एक लाख किसानों को जून 2019 तक कृषि कनेक्शन
अंत्योदय, बीपीएल, स्टेट बीपीएल के 1.74 करोड़ पात्र लार्भािथयों को एक रुपए प्रति किलो की दर से गेहंू
वृद्धावस्था पेंशन में ढाई सौ रुपए की मासिक वृद्धि
पशुपालकों को दुग्ध समितियों में दूध आर्पूिर्त करने पर 2 रुपए प्रति लीटर का अनुदान
पंचायती राज व स्थानीय निकाय चुनाव सीधे करवाना
फूड प्रोसेसिंग इकाइयां लगाने वाले किसानों को 10 हैक्टेयर तक जमीन का भू उपयोग परिवर्तन की जरूरत नहीं
सरकारी सेवाओं में विशेष योग्यजन आरक्षण 3 से बढ़ाकर 4 फीसदी करना
पेंशनर्स की मेडिकल सीमा 10 हजार से बढ़ा 20 हजार रुपए
स्वतंत्रता सैनानियों की पेंशन 20 से बढ़ा 25 हजार रु., चिकित्सा सहायता में हजार रुपए की प्रतिमाह वृद्धि करना
द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व सैनिकों और उनकी विधवाओं की पेंशन 10 हजार रुपए करना।