एक ओर जहां पार्टी में 40 सीटों पर महिला उम्मीदवारों को टिकट देने की बात कही जा रही है, वहीं पार्टी महिलाओं के साथ ही युवाओं पर भी फोकस कर रही है। कांग्रेस आलाकमान की सोच है कि प्रदेश में युवा मतदाताओं की संख्या अधिक है ऐसे में युवा मतदाताओं को साधने के लिए पार्टी युवा कार्ड खेलने के मूड में है।
पार्टी नेताओं का तर्क है कि अगर युवा उम्मीदवार चुनाव में उतारे जाएंगे तो इसका सीधा असर युवा मतदाताओं पर पडे़गा और युवा मतदाता कांग्रेस के पक्ष में आ सकते हैं। पार्टी विधानसभा चुनावों के दौरान युवा मतदाताओं के बीच ये भी संदेश देगी कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, कई प्रदेशों के प्रदेशाध्यक्ष युवा ही हैं।ऐसे में कांग्रेस ही युवाओं के बारे में सोच सकती है।
25 सीटों पर युवा उम्मीदवार
पार्टी के जानकारों की माने तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देशों के बाद स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों पर युवा चेहरों पर फोकस किया गया है। पार्टी इस बार 25 सीटों पर युवा चेहरों को उतारने पर विचार कर रही है। पार्टी जिन सीटों पर युवा चेहरों को मौका देने पर विचार कर रही है, ये वो सीटें है, जहां पार्टी को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है, या फिर उन सीटों से चुनाव लड़ने वाले नेताओं की उम्र 70 के पार पहुंच चुकी है।
बताया जाता है कि पार्टी युवा चेहरों के नाम पर 26 से लेकर 35 साल के युवाओं को मौका देगी। इसके लिए पार्टी ने युवा कांग्रेस, एनसएसयूआई और सेवादल यूथ ब्रिगेड के नेताओं पर मंथन कर रही है।