इसी गुट का एक छोटा धड़ा जैसलमेर के गोरबंद होटल में मौजूद है। यहां सरकार के 8 मंत्री-विधायक ठहरे हुए हैं। वहीं, जयपुर में अभी 7 मंत्री जमे हुए हैं। इनमें रघु शर्मा, प्रताप सिंह खाचरियावास, सुभाष गर्ग, अशोक चांदना, लालचंद कटारिया, उदयलाल आंजना व सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी हैं।
अधिक भरोसा: यहां रहने वालों को लेकर कोई चिंता नहीं-
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपने सर्वाधिक विश्वस्त लोगों को जयपुर में और जैसलमेर के गोरबंद होटल में ठहराया हुआ है। ये सबसे बड़े धड़े से अलग रह रहे हैं, लेकिन इन्हें लेकर मुख्यमंत्री को कोई चिंता नहीं हैं। वरिष्ठ मंत्री डॉ. बीडी कल्ला के साथ प्रमोद जैन भाया, भंवरसिंह भाटी व सुखराम विश्नोई और विधायक राजेंद्र यादव, भजनलाल जाटव, किशनाराम विश्नोई व जगदीश जांगिड़ मौजूद हैं।
सभी वर्षों से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। हालांकि जयपुर में रुके प्रताप सिंह की पूर्व में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की नजदीकियां किसी से छिपी नहीं हैं। लेकिन वर्तमान में पायलट और उनके गुट के खिलाफ बढ़-चढ़ के बयान देने से माना जा रहा है कि उन्होंने पायलट से किनारा कर लिया है।
कम भरोसा, बड़े गुट में नजरों के पहरे-
सबसे बड़ा गुट सूर्यागढ़ में है। यहां जरूर एक दर्जन ऐसे चेहरे हैं जो पायलट खेमे के माने जाते हैं। लेकिन यहां उन पर विशेष नजरों का पहरा रहता है। इनमें रोहित बोहरा, इंद्रा मीणा, दानिश अबरार, प्रशांत बैरवा, सुदर्शन सिंह रावत, रूपाराम मेघवाल, चेतन डूडी सहित अन्य कुछ विधायक शामिल हैं।