केंद्र सरकार को चाहिए कि वे ड्रग्स मामले की जांच एनआईए की बजाए सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज या रिटायर्ड जज से कराई जाए। दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जज की नियुक्ति भी संसदीय समिति के द्वारा होनी चाहिए। इस समिति में नेता प्रतिपक्ष भी शामिल होने चाहिए। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस भी कमेटी में शामिल होने चाहिए।
इसलिए नहीं एनआईए की जांच पर भरोसा
दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी एनआईए की जांच पर इसलिए भरोसा नहीं है। क्योंकि एनआईए मोदी सरकार के इशारों पर काम करती है। एनआईए ने पहले भी अजमेर दरगाह ब्लास्ट, समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट, मक्का मस्जिद, मालेगांव जैसे धमाकों की जांच की थी। एनआईए की जांच का नतीजा निकला कि केंद्र की मोदी सरकार ने एनआईए के जरिए उन सभी लोगों को बरी करवा दिया।
भाजपा नेताओं पर लगाए ड्रग पेडलर होने के आरोप
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने भाजपा सांसदों पर ड्रग पेडलर होने के आरोप लगाते हुए एक ऑडियो भी सुनाया। उन्होंने कहा कि क्या अब केंद्र की मोदी सरकार इन भाजपा नेताओं के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई करेगी ।
सिंह ने कहा कि ड्रग पेडलिंग का मामला तो आतंकियों से भी ज्यादा खतरनाक होता है। इससे देश की युवा पीढ़ी नशे की लत के चलते बर्बाद हो हो जाती है, इसलिए उन्होंने मांग की है कि मामले की जांच एनआईए की बजाए सुप्रीम कोर्ट के जज से कराई जाए।
मीडिया पर भी साधा निशाना
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिग्विजय सिंह ने मीडिया के भी एक वर्ग पर निशाना साधते हुए कहा कि जब बॉलीवुड में 20 या 50 ग्राम ड्रग्स मिल जाती है तो पूरा मीडिया उस पर डिबेट करवाता है। कई दिन मीडिया ट्रायल चलता है और ड्रग्स रखने के आरोपी जेल तक चले जाते हैं, लेकिन देश में लाखों करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ में आती है और उस पर एक खबर तक नहीं होती है। उन्होंने कहा कि मीडिया केवल हिंदू-मुसलमान, पाकिस्तान और तालिबान पर ही डिबेट कराता है।
जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती है मोदी सरकार
दिग्विजय सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अपने विरोधियों के खिलाफ जांच एजेंसियों आईडी और इनकम टैक्स का दुरुपयोग करती है और उनके विरोधी जब उन्हीं की पार्टी में शामिल होते हैं तो उन्हें आरोपों से मुक्त कर दिया जाता है।
नोटबंदी को बताया सबसे बड़ा स्कैम
दिग्विजय सिंह ने नोटबंदी के मामले में भी केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी करते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इससे काला धन समाप्त हो जाएगा। आतंकवाद समाप्त हो जाएगा, न तो काला धन समाप्त हुआ और न ही आतंकवाद समाप्त हुआ। बल्कि देश की करेंसी 17 लाख करोड़ से बढ़कर 26. 7 लाख करोड़ हो गई। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा नई करेंसी के नोट गुजरात के कॉपरेटिव बैंक में गए जिन पर गृह मंत्री अमित शाह का कब्जा है। उन्होंने कहा कि 7 सालों में नोटबंदी को लेकर कोई रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन जब भी सब खुलासा होगा तो सबको पता चल जाएगा कि नोटबंदी इस देश का सबसे बड़ा घोटाला है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इसे देश का सबसे बड़ा घोटाला बता चुके हैं।
दिग्विजय सिंह ने संघ पर साधा निशाना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आरएसएस का आज तक कोई रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है और न ही उसकी मेंबरशिप होती है तो ऐसे में उनका अकाउंट भी नहीं हो सकता तो फिर जो गुरु दक्षिणा आती है वह किस अकाउंट में जाती है।
दिग्विजय सिंह का अमित शाह प्रेम
गुरुवार को जहां मेडिकल कॉलेजों के शिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच अच्छी बॉन्डिंग देखने को मिली थी। प्रधानमंत्री ने अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए उन्हें अपना अच्छा दोस्त बताया था तो वहीं शुक्रवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का भी अमित शाह प्रेम सामने आया। दिग्विजय सिंह जहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा और आरएसएस पर हमलावर रहे तो उन्होंने अमित शाह का धन्यवाद भी किया।
दरअसल दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब वह नर्मदा यात्रा कर रहे थे और यात्रा गुजरात के जंगलों से निकली तो गुजरात के वन विभाग के अधिकारियों ने उनकी और यात्रा में शामिल अन्य लोगों की खूब आवभगत की और कहा कि यात्रा वाले मार्ग साफ करने और आवभगत करने के निर्देश उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिए थे। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमित शाह धन्यवाद के पात्र हैं। अपने बयानों के लिए हमेशा विवादों में रहने वाले दिग्विजय सिंह का अमित शाह प्रेम को सियासी हलकों में नई संभावनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है।