पर्यवेक्षकों का पूरा फोकस जिताऊ उम्मीदवारों के पैनल तैयार करना है। आज दिन भर पर्यवेक्षक स्थानीय नेताओं के साथ बैठकें करेंगे और संभावित दावेदारों से भी मुलाकात उनके बायोडाटा लेने के साथ ही उनसे जीत के समीकरणों के बारे में भी जानेंगे।
इससे पहले शुक्रवार रात प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पर्यवेक्षकों की बैठक लेकर उनसे जिताउ उम्मीदवारों का चयन करने के निर्देश दिए थे। वहीं पर्यवेक्षकों को साफ निर्देश भी दिए गए थे कि वे प्रत्याशी चयन में किसी प्रकार का दबाव और भेदभाव न हो।
25 नवंबर तक भेजना है पैनल
वहीं कांग्रेस पर्यवेक्षकों को तीन दिन तक संभावित नामों पर चर्चा के बाद 25 नवंबर तक तीन-तीन नामों का पैनल बनाकर प्रदेश कांग्रेस को सौंपना है, जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस की ओर से 26 नंवबर को प्रत्याशियों की घोषणा करनी है। 12 जिलों की 50 निकायों में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 27 नवंबर है।
एक बार फिर विधायकों पर जताया विश्वास
नगर निगम, जिला परिषद और पंचायतों के बाद एक बाऱ फिर 50 निकायों में प्रत्याशी चयन का जिम्मा विधायकों को दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों में से अधिकांश विधायक ही हैं।
इसके अलावा पहली अग्रिम संगठनों के अध्यक्षों को भी पर्यवेक्षक लगाय़ा गया है। इनमें युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवादल और महिला कांग्रेस अध्यक्ष को पर्यवेक्षक लगाया गया है। गौरतलब है कि 50 निकायों में नामांकन की प्रक्रिया 23 नवंबर से शुरू होने जा रही है।