वैसे तो कांग्रेस पार्टी ने देश में कई सालों तक राज किया है लेकिन नेताओं ने खुद की आर्थिक सेहत तो सुधार ली लेकिन पार्टी की सेहत खराब कर दी। कांग्रेस पार्टी इन दिनों अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। किसी जमाने में औद्योगिक घराने पार्टी को खूब चंदा दिया करते थे लेकिन जैसे जैसे पार्टी सत्ता से बाहर होती गई, औद्योगिक घरानों ने भी कांग्रेस से दूरी बना ली और अब हालात ये है कि पार्टी प्रदेशों की इकाइयों को पैसा देना तो दूर खुद का केन्द्रीय कार्यालय भी बड़ी मुश्किल से चला पा रही है।
पिछले दिनों कांग्रेस ने सोनिया गांधी को अपना अध्यक्ष बनाया तो सोनिया ने आर्थिक सेहत सुधारने के लिए एक पुराना तरीका निकाला है और वो है सदस्यता अभियान। कांग्रेस पार्टी देश भर में अपना सदस्यता अभियान चलाएगी और इसके जरिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पैसा लेकर पार्टी कोष में जमा कराया जाएगा। कांग्रेस पार्टी की सदस्यता का फार्म पांच रुपए का आता है। इसमें एक डायरी में 25 फार्म होते है और नेताओं को यह डायरी लेने का टारगेट भी दिया जाएगा। इसके लिए 12 सितंबर को दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है।
बैठक में सभी विधायक दल के नेता, प्रदेश प्रभारी और प्रदेशाध्यक्षों को बुलाया गया है। बैठक में सदस्यता के विशेष अभियान को लेकर चर्चा की जाएगी और अभियान कब से शुरू होगा, इसकी तारीख भी तय होगी। यही नहीं पार्टी आंकड़ा भी तय करेगी, जिसमें सदस्यों का आंकड़ा भी तय किया जाएगा।