उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन के दौरान एनटीटी की भर्ती खोली गई थी जिसे भाजपा सरकार ने अभी तक लागू नहीं किया है। जबकि भाजपा के घोषणा पत्र में एनटीटी अभ्यर्थियों को रोजगार देने का वादा किया गया था।
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उन्होंने कहा कि गत तीन सालों में जब-जब एनटीटी अभ्यर्थियों ने अपनी मांग सरकार के समक्ष रखने का प्रयास किया, तब-तब प्रशासन ने सरकार के दबाव में उनके खिलाफ दमनात्मक कार्यवाही की है। उन्होंने मांग की कि सरकार जल्द से जल्द एनटीटी अभ्यर्थियों को नौकरियां देकर अपनी चुनावी घोषणा को पूरा करे।