सीएम अशोक गहलोत कल ही दिल्ली पहुंच गए थे और वहां उन्होंने कांग्रेस नेता अहमद पटेल, अविनाश पांडे और अन्य नेताओं के साथ रामलीला मैदान का जायजा लिया और रैली की तैयारियां देखी। रैली को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंंका गांधी सहित कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सम्बोधित करेंगे।
कांग्रेस पार्टी की ये रैली मुख्यत: मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में की जा रही है लेकिन अब नागरिकता संशोधन बिल को रैली के एजेंडे में शामिल कर लिया गया है। कांग्रेस की ओर से पहले प्रदेशों और जिलों में धरने प्रदर्शन किए गए थे और अब दिल्ली में एलान ए जंग किया जाएगा।
राजस्थान के अलग अलग जिलों से कल रात को बसों से कार्यकर्ता दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। जयपुर से अमरूदों के बाग से कार्यकर्ता बसों के जरिए रवाना हुए। रैली के लिए चैक पोस्ट भी बनाए गए जहां बसों के साथ कार्यकर्ताओं की संख्या की भी एंट्री की गई। कांग्रेस की ओर से ये आरोप लगाए जा रहे है कि मोदी सरकार ने गलत आर्थिक नीतियां बनाकर देश की अर्थ व्यवस्था को चौपट कर दिया है और बेरोजगारी बढ रही है। जीडीपी कम हो गई है।
देश को गुमराह कर रही है भाजपा— सीएम गहलोत ने रैली की तैयारियों को लेकर कहा कि इसमें पूरे देश से कार्यकर्ता आ रहे है। आज देश के जो हालात हैं, उससे पूरा मुल्क चिंतित है। लोग भय से बोल नहीं पा रहे हैं।, अविश्वास का माहौल है, हिंसा का माहौल है, जिस माहौल में मुल्क चल रहा है। काम-धंधे चौपट हो रहे हैं। नौकरी मिल नहीं रही हैं, बल्कि नौकरियां जा रही हैं। देश का विकास का एजेंडा होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। रोजगार की समस्या बहुत बड़ी है, किसानों की समस्याएं हैं, आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। उस तरफ सरकार का ध्यान जा नहीं रहा है और सरकार जानबूझकर के कभी राष्ट्रवाद की बात करती है, कभी 370 की बात करती है। रैली के अंदर पूरे मुल्क के कार्यकर्ता आएंगे। रैली से इनको एक्सपोज़ करेंगे।