पदोन्नति में आरक्षण पर धरना कांग्रेस का पाखंड
जयपुरPublished: Feb 16, 2020 07:38:57 pm
पदोन्नति में आरक्षण देने की मांग पर रविवार को कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। इसमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री एवं कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट सहित पूरा मंत्रिमंडल और कांग्रेस के दिग्गज नेता शामिल हुए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसे कांग्रेस का पाखंड करार देते हुए कहा कि कांग्रेस को आंकलन करना चाहिए कि वह दलितों के पक्ष में है या नहीं। जिस मुद्दे को लेकर वह धरने पर बैठ रही है। सुप्रीम कोर्ट ने वह निर्णय कांग्रेस की उत्तराखंड की सरकार के 2012 के फैसले पर दिया है। नागरिकता संशोधन कानू
पदोन्नति में आरक्षण पर धरना कांग्रेस का पाखंड
पदोन्नति में आरक्षण पर कांग्रेस के धरने पर बोले पूनिया
पदोन्नति में आरक्षण देने की मांग पर रविवार को कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। इसमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री एवं कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट सहित पूरा मंत्रिमंडल और कांग्रेस के दिग्गज नेता शामिल हुए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसे कांग्रेस का पाखंड करार देते हुए कहा कि कांग्रेस को आंकलन करना चाहिए कि वह दलितों के पक्ष में है या नहीं। जिस मुद्दे को लेकर वह धरने पर बैठ रही है। सुप्रीम कोर्ट ने वह निर्णय कांग्रेस की उत्तराखंड की सरकार के 2012 के फैसले पर दिया है। नागरिकता संशोधन कानून में जिन पाक विस्थापितों को नागरिकता दी जाएगी उनमें 65 फीसदी दलित, मेघवाल और भील समुदाय के लोग है। इसलिए उसे खुद का आकलन करना चाहिए कि वह दलितों पक्ष में है या विरोध में। देश सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण को लेकर जिस तरह के निर्णय दिए ,केन्द्र सरकार ने जो निर्णय किए उससे देश में आरक्षण के मामले में पूरी तरह से शांति है। प्रधानमंत्री मोदी ही नहीं इस देश के पहले प्रधानमंत्रियों ने समानता के आधार पर उनको आरक्षण दिया है। यह बहस का मुद्दा है न ही किसी तरह का आंदोलन का। आइए आपको बताते हैं पूनिया ने इस मामले में क्या कहा