योग्य कार्यकर्ताओं की खोज के लिए लगाए थे पर्यवेक्षक
दरअसल लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद सेवादल के राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश कांग्रेस सेवादल की कार्यकारिणी भंग कर नए सिरे कार्यकारिणी गठन के निर्देश दिए थे। साथ ही निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं की तलाश के लिए प्रदेश के सभी जिलों में एक एक पर्यवेक्षक को नियुक्त किया था। जिस पर 22 जून से लेकर 24 जून तक पर्यवेक्षकों ने प्रभार वाले जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं की जमीनी फीडबैक लेकर योग्य कार्यकर्ताओं की लिस्ट बनाकर प्रदेश नेतृत्व को भेजी थी। जिसके बाद कार्यकारिणी गठन का काम शुरू हुआ था।
ऐसी होगी सेवादल की कार्यकारिणी
जानकारों की मान तो प्रदेश कांग्रेस सेवादल की प्रदेश कार्यकारिणी में तीन उपाध्यक्ष, 7 महासचिव, 42 सचिव और 42 संयुक्त सचिव को रखा गया है। इसके अलावा एक समन्वयक का पद, सोशल मीडिया कोर्डिनेटर, एक कोषाध्यक्ष और एक ध्वज वंदन प्रभारी का पद कार्यकारिणी में सृजित किया गया है।