मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा 11 बजे गौरव यात्रा का स्वागत करेंगे। यात्रा का स्वागत करने के लिए दिल्ली से भी कई केंद्रीय नेता रतनपुर बॉर्डर पहुंचेंगे, जहां कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया जाएगा।साबरमती आश्रम से शुरू हुई यात्रा दिल्ली के राजघाट पर जाकर संपन्न होगी। कुल 1013 किलोमीटर की यात्रा में से 707 किलोमीटर का सफर अकेले राजस्थान का रहने वाला है।
राजस्थान कांग्रेस के हाथों में रहेगी यात्रा की कमान
वहीं कल यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने के बाद से ही यात्रा की कमान राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के हाथों में रहेगी। कांग्रेस सेवादल के साथ-साथ पार्टी ने बोर्ड-निगमों के चेयरमैन को भी यात्रा का प्रभारी बनाया गया है।15 अप्रेल को राजस्थान में प्रवेश करने के बाद गौरव यात्रा उदयपुर, बांसवाड़ा, नाथद्वारा, ब्यावर और अजमेर और जयपुर जिले में से होकर गुजरेगी।
हर दिन 15 किलोमीटर का होगा सफर तय
वहीं आजादी की गौरव यात्रा के 41 दिनों की यात्रा के दौरान हर दिन 15 किलोमीटर का सफर तय कर रही है। 15 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद मार्ग में आने वाले गांवों-कस्बों और शहरों में रात्रि विश्राम किया जाता है और अगले दिन सुबह 8बजे से यात्रा फिर से शुरू हो जाती है। यात्रा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता राजस्थान में जिन जिन जिलों से यात्रा गुजरेगी उन जिलों और कस्बों में सरकार की फ्लैगशिप योजना और बजट घोषणा का प्रचार-प्रसार भी करेंगे और नुक्कड़ सभाओं के जरिए सरकार के कामकाज की प्रशंसा भी करेंगे।