लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष सांसदों ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर समेत जामिया में हुई फायरिंग का मामला उठाया और वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी। प्रश्नकाल में वित्त मंत्रालय के सवाल का जवाब देने के लिए केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर खड़े हुए तो विपक्ष ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्षी सांसदों ने संसद में ‘गोली मारना बंद करो, देश को बांटना बंद करो’ के नारे लगाए और ठाकुर को घेरने की कोशिश की। साथ ही ठाकुर गो बेक भी विपक्षी सांसद कहते रहे।
बोली को गोली से नहीं दबा सकती सरकार-चौधरी लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शून्यकाल में सरकार को घेरते हुए कहा कि सीएए आने के बाद देशभर में आम आदमी प्रदर्शन कर रहा है। उनके हाथ में हिन्दुस्तान का झंडा और संविधान है और उन पर गोलियां चलाई जा रही है। यह कोई न्याय नहीं है। यह सरकार गोली से आम आदमी की बोली को दबा नहीं सकती है।
संविधान से राम-सीता, कृष्ण और हनुमान के फोटो हटवाए भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद अध्यक्ष बिरला ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सांसदों को बोलने को कहा। सबसे पहले भाजपा सांसद परवेश वर्मा का नाम पुकारा गया। इसके चलते कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने वर्मा के गो-बेक के नारे लगाए और उन्हें बोलने से रोकने की कोशिश की। अध्यक्ष बिरला ने इसे गलत परंपरा बताते हुए वर्मा को बोलना जारी रखने के लिए कहा। इसके चलते विपक्षी दल सदन का बहिष्कार कर बाहर चले गए। इसके बाद वर्मा ने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि देश में राम का नाम लेना सांप्रदायिक हो गया था। उन्होंने संविधान की असली किताब दिखाते हुए कहा कि इसमें राम, सीता, राधा-कृष्ण और हनुमान की तस्वीर थी। इन तस्वीरों को कांग्रेस ने हटवा दिया।