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जागरुकता के बजाये ढोल, शहर में ही खुल गई पोल

locationजयपुरPublished: Jan 31, 2017 11:53:00 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

बढ़ रहे हादसे और बिगड़ रही यातायात व्यवस्था

Awareness of playing drums, the city went up in th

Awareness of playing drums, the city went up in the polls

बीते 15 दिनों से पुलिस महकमा परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा अभियान के नाम पर गांव-गांव, नगर नगर ढोल पिट रहे है। लेकिन धरातल पर असर बिल्कुल भी नजर नहीं आ रहा। यातायात के नियम तोडऩे वालों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई के नाम पर सन्नाटा है। हां, लक्ष्य को पूरा करने के लिए शहर में आने-जाने के सभी रास्तों पर पुलिस का डंडा दल-बल के साथ मौजूद है, पर इनका मकसद चालान बनाना और कौने में गुपचुप करने से ज्यादा कुछ नहीं है। इसका सीधा आम लोगों पर पड़ रहा है। शहर में आए दिन यातायात व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। वहीं दुर्घटनाएं भी बढऩे लगी है।
जाम से नहीं मिल रही मुक्ति…


शहर में महात्मा गांधी चिकित्सालय चौराहा, पुराना बस स्टैंड, कस्टम चौराहा, नया बस स्टैंड और गांधी मूर्ति चौराहे पर रोजाना ट्रेफिक जाम के हालात बने रहते है। यह हालात सड़क सुरक्षा सप्ताह और अभियान के दिनों में भी बने हुए है। इन स्थानों पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी मुक दर्शक बन कर खड़े रहते हैं, इनके द्वारा व्यवस्थाओं को सुधरने की कवायद तक ही नहीं की जाती।
ऑवरलोडिंग पर चालान फिर रवानगी…


कार्रवाई का आलम यह है कि ऑवरलोडिंग और ऑवरक्राउडिंग वाहनों संचालन पर कभी कभार तो पुलिसकर्मी उसे रोक देते हैं, लेकिन चालान बनाकर छोड़ दिया जाता है। सवारियों को उतारने की कार्रवाई तक नहीं की जाती। जिसके चलते वाहन चालक भी 100 -200 का चालान बनवाने से नहीं हिचकते। वहीं दूसरी ओर दुपहिया वाहन चालक भी बगैर हेलमेट पहले वाहन चला रहे हैं। एेसे में पूरा अभियान महज कागजों में ही दबकर रह गया है।
व्यर्थ हो रही सरकारी राशि…


सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत प्रतिवर्ष पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा लाखों रुपए का बजट खर्च कर जागरुकता कार्यक्रम, शिविर और बैनर तख्तियों का माध्यम अपनाया जाता है। लेकिन इसके बाद भी व्यवस्थाएं सुधारने में पुरी तरह से नाकामयाबी हांसिल हो रही है।
किसी की जान गई तो कोई घायल…


बीता एक पखवाड़े में दुर्घटनाआंे का ग्राफ भी तेजी से बढ़ा, जिससें कई लोगों की जान चली गई तो कई अब भी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।
तारिख- घटना
31 जनवरी- पालोदा कस्बे के निकट एक चौपहिया वाहन ने दो बाइक सवारों को एक साथ टक्कर मारी जिसमें एक युवक ककी मौत हो गई वहीं दो गंभीर रुप से घायल हुए।

30 जनवरी- 1. ठीकरिया के निकट आकाशवाणी केंद्र के पास एक 14 वर्षीय बालक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी जिसमें बच्चा गंभीर रुप से घायल हुआ।
29 जनवरी- 1. लोहारिया थाना क्षेत्र में रात को तेज गति से आ रहे ट्रेक्टर चालक ने बाइक सवार युवक को टक्कर दी जिससे उसकी मौत हो गई।
2. सदर थाना क्षेत्र के तलवाड़ा कस्बे मे एक बाइक सवार सड़क हादसे में घायल होकर नाले में गिर गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
3. परतापुर से नौगामा जाने वाले मार्ग पर एक अनियंत्रित ट्रोला एक मकान की दीवार तोड़कर घर में जा घुसा। इससे बड़ा हादस होने से टल गया।
4. इधर कुशलगढ़ कस्बे में एक ट्रक चालक ने अपने ही ट्रक के खलासी के उपर ट्रक चला दी। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक मध्यप्रदेश के रहने वाला था।
27 जनवरी- 1.उदयपुर बांसवाड़ा मार्ग पर भीमपुर के निकट एक तेज रफ्तार से जा रही कार ने सामने से आ रहे बाइक सवार को टक्कर मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं एक अन्य घायल हो गया।
2. जयपुर मार्ग पर सागतलाई के निकट अज्ञात वाहन की टक्कर से उसकी मौत हो गई।
3. आबापुरा थाना क्षेत्र के आमलीपाड़ा में एक हादसे में भी युवक की मौत हो गई।
24 जनवरी- गढ़ी थाना क्षेद्ध के कोहाला घाटी क्षेत्र में एक अज्ञात वाहन की टक्कर से कुशलपुरा गांव के युवक की दर्दनाक मौत हो गई थी। जिसके बाद करीब 7 घंटों तक ग्रामीणों ने मार्ग जाम कर दिया था।
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