28 दिसंबर को कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके से कांग्रेस किसान आंदोलन के समर्थन और नए कृषि कानूनों के विरोध में उतरेगी। जय जवान, जय किसान के साथ सरकार के जिला प्रभारी मंत्री, कांग्रेस के जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता किसानों से संवाद करेंगे। इस संवाद के दौरान किसानों को नए कृषि कानूनों को काला कानून करार देते हुए इसकी खामियां बताई जाएंगी। वहीं, राज्य में भाजपा के नेता लगातार किसान कानून के पक्ष में बयानबाजी कर रहे हैं। भाजपा ने किसान चौपाल के जरिए कृषि कानून से किसानों को होने वाले फायदों की जानकारी देते हुए इन्हें किसान हित में बताया है। वहीं, भाजपा की इस कवायद के बाद कांग्रेस भी इसी तरह का संवाद कार्यक्रम इन तीनों कानूनों की खामियों को बताएगी।