रघु ने कहा कि मैं अशोक गहलोत के बराबर
हार्दिक पिछले दिनों ही कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रभारी होने के नाते रघु शर्मा को हमसे ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए थी। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में 10 सीट नहीं आने वाली लेकिन गुजरात में 70 से 75 सीट आ जाएं, जिससे मैं दिखा सकूं की मैने भी गहलोत के बराबर काम किया है।
गुजरात में पार्टी छोड़ने का कारण रघु शर्मा
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभारी का काम रोड पर आकर प्रोटेस्ट करने का नहीं होता। उन्हें बैठकर समन्वय करना होता है, लेकिन पार्टी की परेशानी का पता होने के बावजूद कभी प्रोटेस्ट करने के लिए नहीं कहा। रघु के आने के बाद जितने भी लोग पार्टी छोड़कर गए हैं, उसके लिए वे जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे जैसे युवाओं की वजह से ही गुजरात में सत्ता से बाहर होने के बाद 2017 के चुनाव में कांग्रेस व सहयोगियों को 80 से अधिक सीट मिली। इससे पहले 60 से ज्यादा सीट नहीं मिली। इस मामले में रघु शर्मा का पक्ष जानना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन पर कोई बात नहीं की।