शहर कांग्रेस में उपाध्यक्ष सहित प्रदेश कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष वैद्य नवलकिशोर शर्मा ने आरोप लगाया कि वे अपने परिवार की विधवा बहु के तबादले के लिए शिक्षा मंत्री के पास विधायक अमीन कागजी ( Amin Kagzi ) की डिजायर लेकर गए थे। उन्होंने कहा कि वे 45 साल पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ता हैं, उनकी विधवा बहु सरकारी सेवा में है। उसे यथा स्थान रखने या जयपुर शहर में रखने का आग्रह किया था। लेकिन शिक्षा मंत्री ने उसे फेंक दिया और कहा कि सरकारी नौकरी करनी है तो जहां नियुक्ति होगी वहीं करनी पडेगी। इस पर उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री के इस व्यवहार से वे बुरी तरह आहत हुए हैं।
उन्होंने कहा कि यदि शिक्षा मंत्री की ऐसी ही सोच है तो अच्छा होता कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को जैसलमेर या कहीं ओर भेज देते। वहीं जयपुर शहर महासचिव मित्रोदय गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्री सहित कई मंत्री हें, जो कांग्रेस कार्यकर्ता और विधायकों की डिजायर पर ध्यान नहीं देते। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को भाजपा के राज में दूर दूर तक भेज दिया गया, उनको वापस लाने के के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रयास कर रहे हैं, किसी को कैंसर है, कोई बीमार हे तो क्या गलत कर रहे हैं उनके तबादले के लिए। लेकिन शिक्षा मंत्री उनकी भी सुनवाई नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि आज बैठक में जनजागरण अभियान चलाने की बात कही गई। निगम के चुनाव आ रहे हैं, लेकिन कार्यकर्ताओं की ही सुनवाई नहीं होने से सरकार की हालत खराब है।
मैने किसी के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया। वैसे भी अभी तबादले हो ही नहीं रहे हैं तो डिजायर लेने देने का कोई सवाल ही नहीं है। गोविंद डोटासरा, शिक्षा मंत्री