1 को दूध की आपूर्ति बंद करने की चेतावनी थी ( Rajasthan Cooperative Dairy Federation ) ऐसे में आक्रोशित कर्मचारियों ने पूर्व में तय मंगलवार को शहर में दूध की आपूर्ति बंद नहीं करने का फैसला लिया है। जयपुर डेयरी अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक नरेंद्र पारीक ने बताया कि आरसीडीएफ प्रबंधन डेयरी कर्मचारियों सातवें वेतनमान के परिलाभ छीनने की कोशिश कर रहा था। लम्बे समय से नई भर्ती नहीं हुई और स्थाईकरण भी नहीं हो पा रहा था। ऐसे में संगठन ने 11 सितम्बर को डेयरी में आमसभा की और डेयरी चेयरमैन और डेयरी एमडी को ज्ञापन दिया था और मांगे नहीं माने जाने पर 1 अक्टूबर को दूध की आपूर्ति ( Milk supply ) बंद करने की चेतावनी दी थी। उसके बाद आरसीडीएफ के प्रबंध संचालक से वार्ता भी हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
कर्मचारियों ने विरोध का समाप्त कर दिया ( jaipur news ) पारीक ने बताया कि मामला बढ़ता देख सोमवार को डेयरी प्रांगण में दोबारा आमसभा कर रणनीति की तैयारी की जा रही थी। इस बीच डेयरी चेयरमैन ओम पूनिया आए और उन्होंने आक्रोशित कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी और आरसीडीएफ प्रबंध संचालक के बीच वार्ता हुई। जिसमें सभी मांगे मान ली गई। उसके बाद कर्मचारियों ने विरोध का समाप्त कर दिया।
डेयरी बूथ पर रखे जाएंगे डस्टबिन – डेयरी चेयरमैन ओमपूनिया ने कहा कि अब सरस दूध की थैली का निस्तारण होगा। इसकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही डेयरी बूथों पर डस्टबिन रखें जाएंगे। उसमें एकत्र थैलियों को लाने के लिए निगम से भी मदद मांगी गई है। संभवत: 2 अक्टूबर तक प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि गोल्ड दूध ( gold milk ) आमजन की बजाय हलवाई तक पहुुंच रहा है उस पर रोक लगाएंगे।