अजमेर जेल में रची थी पंजाब के कांग्रेस नेता की हत्या की साजिश!
पंजाब में हुई कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या की साजिश क्या राजस्थान के अजमेर स्थित हाई सिक्योरिटी जेल में रची गई थी। पंजाब पुलिस के साथ अब राजस्थान की पुलिस भी इस सवाल का जवाब खंगाल रही है।

जयपुर। पंजाब में हुई कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या की साजिश क्या राजस्थान के अजमेर स्थित हाई सिक्योरिटी जेल में रची गई थी। पंजाब पुलिस के साथ अब राजस्थान की पुलिस भी इस सवाल का जवाब खंगाल रही है। दोनों राज्यों की पुलिस इसलिए भी गम्भीरता बरत रही है कि लॉरेंस विश्नोई के नाम से चल रहे फेसबुक पेज पर हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए धमकी दी गई है कि बदला अभी पूरा नहीं हुआ है।
लॉरेंस के नाम से सोशल मीडिया पर यह लिखा
लॉरेंस के नाम से चल रहे फेसबुक पेज पर कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा गया है, गोल्डी उर्फ गुरलाल सिंह बराड़ की हत्या का बदला पूरा नहीं होगा तब तक न जीऊंगा और न जीने दूंगा। गुरलाल को कई बार समझाया कि अपने काम से काम रख। हमारी एंटी पार्टी के साथ मिलकर हमारे खिलाफ कोई काम मत कर। लेकिन हर किसी को शब्दों से नहीं समझाया जा सकता और न ही मुझे ज्यादा कुछ बोलना आता है। इसलिए यह कदम उठाना पड़ा।
पहले भी ले चुका जिम्मेदारी
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई अभी अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है। पहले भी कई वारदात के बाद जिम्मेदारी लेते हुए लॉरेंस के फेसबुक पेज पर पोस्ट डाली जा चुकी हैं। पंजाब पुलिस जांच कर रही है कि यह फेसबुक आइडी कौन और कहां से चला रहा है।
पपला भी वहीं, बाहर कमांडो तैनात
पपला को भी अब हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया है। पूर्व में पपला के साथी अंधाधुंध फायरिंग कर बहरोड़ थाने से पपला को छुड़ा ले गए थे। पपला का मुख्य साथी राजवीर अभी फरार है। ऐसे में जेल की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। बाहर की सुरक्षा इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम के कमांडो देख रहे हैं।
पहले बरामद हुए थे मोबाइल फोन
भरतपुर जेल में 3 वर्ष रहा तब लॉरेंस से कई बार मोबाइल बरामद हुए थे। मोबाइल के जरिए वह गैंग चला रहा था और लोगों को धमकाता रहा था। हाल ही उसे भरतपुर जेल से हाई सिक्योरिटी जेल शिफ्ट किया गया। वहां तक भी वह मोबाइल छिपा ले गया था। हाई सिक्योरिटी जेल की जांच में उसके पास मोबाइल फोन
पकड़ा गया था।
गठजोड़ न हो जाए
सूत्रों के अनुसार अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में अधिकांश कुख्यात बदमाश बंद हैं। जेल में पपला और लॉरेंस के बीच गठजोड़ न हो, दोनों को अकेले अलग-अलग सेल में रखकर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
हाई सिक्योरिटी जेल में लॉरेंस कड़ी निगरानी में है। उसका बाहर के लोगों से संपर्क करना आसान नहीं है। लॉरेंस के नाम से फेसबुक पेज बाहर से भी कोई चला सकता है। फिर भी तस्दीक करवाएंगे।
एस. सेंगाथिर, अजमेर रेंज आइजी
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