सत्ता के बल पर चुनाव जीतने का षडयंत्र असफल: पूनिया
जयपुरPublished: Nov 26, 2019 09:32:08 pm
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियांSatish Poonia ने कांग्रेस सरकार पर सत्ता के बल पर चुनाव जीतने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह चुनाव जीतने के अपने षडयंत्र में सफल नहीं हो सकी है। भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता ने उसके मंसूबों को सफल नहीं होने दिया। कांग्रेस के सरकारी मशीनरी , धनबल, भुजबल के उपयोग के बावजूद प्रदेश में भाजपा 2 निगमों, 4 परिषदों, 7 पालिकाओं सहित 13 निकायों में जीत हासिल की है।
सत्ता के बल पर चुनाव जीतने का षडयंत्र असफल: पूनिया
जयपुर
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियांSatish Poonia ने कांग्रेस सरकार पर सत्ता के बल पर चुनाव जीतने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह चुनाव जीतने के अपने षडयंत्र में सफल नहीं हो सकी है। भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता ने उसके मंसूबों को सफल नहीं होने दिया। कांग्रेस के सरकारी मशीनरी , धनबल, भुजबल के उपयोग के बावजूद प्रदेश में भाजपा 2 निगमों, 4 परिषदों, 7 पालिकाओं सहित 13 निकायों में जीत हासिल की है।
पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार ने निकायों में पहले प्रत्यक्ष चुनाव, फिर अप्रत्यक्ष चुनाव, फिर हाईब्रिड माॅडल के द्वारा निकायों में कब्जा करने की व्यूह रचना कांग्रेस सरकार ने रची। उनमें भी उन्हें हारने का भय सताया तो वार्डों का धर्म और जाति के नाम पर पुनर्सीमांकन कर वार्डों को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर अपनी जीत को सुनिश्चित करने का प्रयास किया तथा अलवर, भरतपुर, रूपवास, पुष्कर, पाली के निकाय चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग किया।
पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्रवाद के मुद्दे पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस इस समय संकट के दौर से गुजर रही है जो नेतृत्वहीन, दिशाहीन है और मुद्दा विहीन है। इस समय उनके पास ना मुद्दे बचे हैं, न नेता बचे हैं, न दिशा बची है और मुख्यमंत्री इस बात से आशंकित हैं की उनकी भी आखिरी पारी लगती है और कांग्रेस की भी। इसलिए इस देश में राष्ट्रवाद के विचार को जब से तवज्जो मिली है तब से कांग्रेस के विचार को जनता ने नकारा है। इसलिए वे कोशिश करते हैं कि किस तरीके से इन बातों को स्थापित करें।
पूनिया ने कहा कि देश में 81 बार कांग्रेस के शासन में प्रदेशों में अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाया था। 90 के दशक से पहले हरियाणा में जिस समय चौधरी देवीलाल को बहुमत था उसके बाद भी कांग्रेस ने भजनलाल की सरकार जबरन बनवाई, ऐसे कई कृत्य 55 साल के शासनकाल में दोहराती रही है।
उन्होंने नर्सिंग भर्ती की अभ्यर्थी महिलाओं के साथ पीसीसी के बाहर हुए दुव्र्यवहार , किसानों के कर्जमाफी बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने जैसे वादों को पूरा नहीं करने जैसे मुद्दों पर कांग्रेस सरकार की आलोचना की।