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मानवीय मूल्यों का आधार स्तम्भ है भारतीय संविधान – राज्यपाल

locationजयपुरPublished: May 04, 2020 05:38:50 pm

Submitted by:

Ashish

राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ( Governor Kalraj Mishra ) ने सोमवार को कहा कि भारतीय संविधान ( Indian Constitution ) को मानवीय मूल्यों ( Human Values ) का आधार स्तम्भ है। संविधान में प्रदत्त मूल कर्तव्यों में सभी मानवीय मूल्य समाहित है।

Constitution of India is the cornerstone of human values - Governor

मानवीय मूल्यों का आधार स्तम्भ है भारतीय संविधान – राज्यपाल

जयपुर

Governor Kalraj Mishra : राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ( Governor Kalraj Mishra ) ने सोमवार को कहा कि भारतीय संविधान ( Indian Constitution ) को मानवीय मूल्यों ( Human Values ) का आधार स्तम्भ है। संविधान में प्रदत्त मूल कर्तव्यों में सभी मानवीय मूल्य समाहित है। युवा पीढी इन कर्तव्यों के अनुरूप अपने जीवन का संचालन करें तो निश्चित रूप से समाज, प्रदेश और देश निरन्तर प्रगति करेगा। राज्यपाल मिश्र राजभवन से तकनीकी शिक्षा और मानव मूल्य पर आधारित वेबीनार को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। इस वेबीनार का आयोजन बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ने किया। वेबीनार से प्रदेश भर के एक हजार से अधिक छात्र, छात्राएं, अभिभावक और अन्य संम्भागी जुड़े। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में नैतिक मूल्य समाहित है। युवाओं को संविधान में प्रदत कर्तव्यों को अपने आचरण में लाना होगा। वेबीनार को बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति एच डी चारण ने भी संबोधित किया। इस दौरान राज्यपाल के सचिव सुबीर कुमार और प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्द राम जायसवाल भी मौजूद थे।

सात पापों से बचें
राज्यपालने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सात कर्मों को पाप करार दिया था। हमें इन पापों से दूर रहना होगा। कर्म विहीन धन, मानवता विहीन विज्ञान, सिद्वांत विहीन राजनीति, नैतिकता विहीन व्यापार, अंतरआत्मा विहीन सुख, चरित्र विहीन ज्ञान और त्याग विहीन पूजा मानव जीवन के लिए निरर्थक है। इन पापों से दूर रहे और राष्ट्र के विकास में भागीदार बने।

नैतिकता शिक्षा का अहम अंग
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि नैतिकता का शिक्षा में होना आवश्यक है। कोविड-19 ने मानव जीवन में बहुत कुछ बदलाव किया है। इस दौर के बाद आॅनलाइन शिक्षा आवश्यकता बनती जा रही है। हमें अब जीवन को नये तरीके से जीने के रास्ते तलाशने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि समाज से उत्पीड़न का खात्मा मानव मूल्यों से ही हो सकता है। यह मानव मूल्य ही समाज की प्रगति के वाहक हैं।

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