मुनाफाखोरी और कालाबाजारी रोकने के लिए जिला कलेक्ट्रेट में 24 घंटे के लिए स्थापित किए गए कंट्रोल रूम को सबसे ज्यादा शिकायतें इसी की मिल रही है। पिछले तीन दिनों में कंट्रोल रूम को 500 से ज्यादा शिकायतें मिल चुकी है, इनमें से 80 फीसदी शिकायतें कालाबाजारी और मुनाफाखोरी की हैं।
कमरा नबंर 4 में बना है कंट्रोल रूम
कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन के दौरान जनता को किसी भी तरह की समस्या हो, उसके निदान के लिए कलेक्ट्रेट के कमरा नंबर 4 में 24 घंटे का कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसमें विभिन्न अधिकारियों और कमर्चारियों की राउंड दा क्लॉक ड्यूटी लगाई गई है।
कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारी संबंधित अधिकारी के नंबर शिकायतकर्ता को दे रहे हैं, संबंधित अधिकारी इस पर कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन शिकायतें इतनी अधिक है कि उनका समाधान जिला प्रशासन की ओर से नहीं किया जा रहा। कंट्रोल रूम को प्रतिदिन 100 से ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं।
ये मिल रहीं शिकायतें
दरअसल बुधवार को कालाबाजारी और मुनाफाखोरी की शिकायतें सबसे ज्यादा मिलीं। शिकायतकर्ताओं ने टेलीफोन नंबर और स्वयं उपस्थित होकर इसकी शिकायत की। प्रशासन के पास दूध से लेकर आटा, दाल, चावल, सब्जी की कालाबाजारी की शिकायतें पहुंच रही है, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें खाना नहीं मिल रहा है।
कई शिकायते ऐसी भी आईं जिसमें तय मूल्य से ज्यादा मूल्य में आटा बेचने का विरोध किया तो दुकानदारों ने ग्राहकों के साथ मारपीट की। गौरतलब है कि लॉक डाउन और जनता कर्फ्यू लागू करने से पहले जिला कलेक्टर की ओर से दावे किए गए थे कालाबाजारी करने वालों से सख्ती से पेश आएंगे।
इनका कहना है
शिकायतें मिली हैं, निरीक्षण के लिए कई टीमों को भेजा जाएगा, जो भी दुकानदार ऐसा करता पाया गया उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
डॉ.जोगाराम, जिला कलेक्टर, जयपुर