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बुजुर्ग की मौत के बाद कोरोना सम्पर्क का पता लगाने फील्ड में दौड़ी टीम, नहीं चल सका पता

locationजयपुरPublished: Apr 06, 2020 10:11:01 am

Submitted by:

Avinash Bakolia

– 82 वर्षीय बुजुर्ग के कॉन्टेक्ट में आए 58 लोगों को क्वारेंटाइन के लिए निम्स भेजा- चिकित्सा विभाग का अंदेशा, ओमान से आए कोरोना पॉजिटिव के सम्पर्क में आया व्यक्ति मिला हो सकता है बुजुर्ग से

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जयपुर. मेहरों का रास्ता निवासी 82 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना से मौत के बाद चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड़ पर आ गया। चिकित्सा विभाग ने मेडिकल टीम को मृतक के कॉन्टेक्ट हिस्ट्री जानने के लिए फील्ड में दौड़ा दिया। टीम ने एक-एक घर तलाशे, लेकिन मृतक कोरोना पॉजिटिव कैसे हुआ यह पता नहीं चल पाया।चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के अनुसार 82 वर्षीय बुजुर्ग का घर ओमान से आए कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के घर से तीन गली छोड़कर ही है। ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा है कि ओमान से आए कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के सम्पर्क में आया व्यक्ति 82 वर्षीय बुजुर्ग से मिला हो। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि 82 वर्षीय बुजुर्ग के आस-पास कॉन्टेक्ट में आए 58 लोगों को चिन्हित कर निम्स में क्वारेंटाइन के लिए भेजा है।
बेटा भी हुआ कोरोना पॉजिटिव
सीएमएचओ जयपुर प्रथम डॉ. शर्मा ने बताया कि बुजुर्ग का 42 वर्षीय बेटा भी रविवार को कोरोना पॉजिटिव हुआ है। उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया है। 42 वर्षीय बेटे ने बताया कि उसके पिता हमेशा घर पर ही रहते थे। घर के बाहर तक नहीं जाते थे। इसके बाद भी उन्हें कोरोना पॉजिटिव हो गया। यह समझ से परे है। तीन दिन पहले मेडिकल टीम घर आई थी। उन्होंने भी जांच करके फिट बताया था। मृतक का दूसरा बेटा भी अस्पताल में भर्ती है।
कोरोना रिपोर्ट आने से पहले ही बुजुर्ग की मौत
चिकित्सकों ने बताया कि बुजुर्ग के फेंफड़ों में निमोनिया और दस्त की तकलीफ के बाद शनिवार को सुबह परिजनों ने भर्ती करवाया। चार घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। इससे पहले चिकित्सकों ने बुजुर्ग को कोरोना संदिग्ध मानते हुए सेम्पल जांच के लिए भेज दिया। रविवार को रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। बुजुर्ग के शव को विशेष कवर में डबल लेयर सील करके मुर्दाघर में रखवाया। जिला कलक्टर को इसकी सूचना दी गई। अस्पताल अधीक्षक डॉ. डी.एस. मीणा ने बताया कि शव के अंतिम संस्कार के संबंध परिजनों को गाइड लाइन के अनुसार जानकारी दे दी थी कि दाह संस्कार के दौरान डबल लेयर सील को न खोंले और भीड़ एकत्रित न करते हुए अंतिम संस्कार किया जाए।
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