सीएमएचओ जयपुर प्रथम डॉ. शर्मा ने बताया कि बुजुर्ग का 42 वर्षीय बेटा भी रविवार को कोरोना पॉजिटिव हुआ है। उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया है। 42 वर्षीय बेटे ने बताया कि उसके पिता हमेशा घर पर ही रहते थे। घर के बाहर तक नहीं जाते थे। इसके बाद भी उन्हें कोरोना पॉजिटिव हो गया। यह समझ से परे है। तीन दिन पहले मेडिकल टीम घर आई थी। उन्होंने भी जांच करके फिट बताया था। मृतक का दूसरा बेटा भी अस्पताल में भर्ती है।
चिकित्सकों ने बताया कि बुजुर्ग के फेंफड़ों में निमोनिया और दस्त की तकलीफ के बाद शनिवार को सुबह परिजनों ने भर्ती करवाया। चार घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। इससे पहले चिकित्सकों ने बुजुर्ग को कोरोना संदिग्ध मानते हुए सेम्पल जांच के लिए भेज दिया। रविवार को रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। बुजुर्ग के शव को विशेष कवर में डबल लेयर सील करके मुर्दाघर में रखवाया। जिला कलक्टर को इसकी सूचना दी गई। अस्पताल अधीक्षक डॉ. डी.एस. मीणा ने बताया कि शव के अंतिम संस्कार के संबंध परिजनों को गाइड लाइन के अनुसार जानकारी दे दी थी कि दाह संस्कार के दौरान डबल लेयर सील को न खोंले और भीड़ एकत्रित न करते हुए अंतिम संस्कार किया जाए।