बैठक में विभाग में आगामी वर्ष में सामान की खरीद के बारे में रेट कांट्रैक्ट तय करने के बारे में भी यादव ने अफसरों के फीडबैक लिया। विभाग में जेईन एवं मंत्रालयिक संवर्ग के रिक्त पदों पर ‘एप्रेंटिस‘ (प्रशिक्षुओं) को लगाने के कार्य की समीक्षा के दौरान बताया गया कि इसके लिए सभी 11 रीजन का पंजीयन हो चुका है, दो रीजन में ‘एप्रेंटिस‘ लगाए जा चुके हैं एवं दो रीजन में इसकी प्रक्रिया जारी है।
प्रदेश में हैंडपंप मरम्मत का काम बीते चार महीने से चल रहा है। लेकिन अभियान की गति इतनी धीमी है कि इसकी अविधि बार बार बढ़ानी पड़ रही है। इसी लेटलतीफी के कारण ही ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों हैंडपंप खराब हैं और पेयजल किल्लत हो रही है। प्रदेश में 4 लाख से ज्यादा हैंडपंप हैं और हर साल 50 प्रतिशत हैंडपंप तकनीकी कारणों से खराब हो जाते हैं और हर साल इनकी मरम्मत का अभियान जलदाय विभाग के द्वारा चलाया जाता है।