इसके साथ ही राज्य में सोनोग्राफी केन्द्रों की ऑनलाईन पंजीकरण प्रक्रिया 1 अप्रेल से प्रारम्भ की जा चुकी है। जिसके तहत अब तक कुल 68 केन्द्रों का पंजीकरण ऑनलाईन प्रक्रिया के माध्यम से किया जा चुका है।
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि समाज में बेटियों को बचाने के लिए जागरुक करने एवं सामाजिक भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से मुखबिर योजना के अन्तर्गत 1 अप्रेल से प्रोत्साहन राशि ढाई लाख रूपये से बढाकर तीन लाख रूपये कर दी गई है। आने वाले दिनों में प्रदेश के चयनित 332 सामुदायिक केंद्रों पर सोनोग्राफी केंद्र भी बनाए जाएंगे। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सोनोलोजिस्ट की परीक्षा और प्रशिक्षण भी निरंतर करवाया जाएगा। उन्होंने सोनोग्राफी मशीन ख़रीदते समय बाय बैक पद्दति अपनाने के लिए कहा, जिससे नई तकनीक आने के बाद पुरानी मशीनों को वापस कर नई मशीनें ली जा सके। चिकित्सा सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 265 राजकीय सोनोग्राफी केन्द्र एवं 3 हजार 483 निजी सहित कुल 3 हजार 748 रजिस्टर्ड सोनोग्राफी केन्द्र हैं। पीसीपीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत इस वर्ष अब तक लगभग 1220 केन्द्रों का निरीक्षण किया जा चुका है। वर्ष 2021 में अब तक तीन डिकॉय ऑपरेशन कर दो सोनोग्राफी सेंटर को सीज किया गया है और 7 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक कुल 158 डिकॉय ऑपरेशन कर 170 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पीसीपीएनडीटी की परियोजना निदेशक शालिनी सक्सेना ने बताया कि वर्ष 2020-21 में कोरोना काल में गर्भवती महिला के संभावित संक्रमण हुए एवं गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य जोखिम के दृष्टिगत केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना दिशा निर्देशों एवं समय-समय पर लगे लॉकडाउन के कारण अधिक संख्या में डिकॉय आपरेशन संभव नहीं हो पाए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सोनोग्राफी मशीनों के निर्माता, डीलर, डिस्टीब्यूटर इत्यादि का पंजीकरण पूर्ण रूप से ऑनलाईन करने के लिये तकनीकी प्रक्रियाएं पूर्ण कर ली गयी हैं। शीघ्र ही पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाईन कर पंजीकरण प्रमाण पत्र भी आवेदक को ऑनलाईन उपलब्ध कराया जायेगा।
इस अवसर पर विधायक मंजू देवी और शकुंतला रावत भी मौजूद थी।
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि समाज में बेटियों को बचाने के लिए जागरुक करने एवं सामाजिक भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से मुखबिर योजना के अन्तर्गत 1 अप्रेल से प्रोत्साहन राशि ढाई लाख रूपये से बढाकर तीन लाख रूपये कर दी गई है। आने वाले दिनों में प्रदेश के चयनित 332 सामुदायिक केंद्रों पर सोनोग्राफी केंद्र भी बनाए जाएंगे। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सोनोलोजिस्ट की परीक्षा और प्रशिक्षण भी निरंतर करवाया जाएगा। उन्होंने सोनोग्राफी मशीन ख़रीदते समय बाय बैक पद्दति अपनाने के लिए कहा, जिससे नई तकनीक आने के बाद पुरानी मशीनों को वापस कर नई मशीनें ली जा सके। चिकित्सा सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 265 राजकीय सोनोग्राफी केन्द्र एवं 3 हजार 483 निजी सहित कुल 3 हजार 748 रजिस्टर्ड सोनोग्राफी केन्द्र हैं। पीसीपीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत इस वर्ष अब तक लगभग 1220 केन्द्रों का निरीक्षण किया जा चुका है। वर्ष 2021 में अब तक तीन डिकॉय ऑपरेशन कर दो सोनोग्राफी सेंटर को सीज किया गया है और 7 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक कुल 158 डिकॉय ऑपरेशन कर 170 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पीसीपीएनडीटी की परियोजना निदेशक शालिनी सक्सेना ने बताया कि वर्ष 2020-21 में कोरोना काल में गर्भवती महिला के संभावित संक्रमण हुए एवं गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य जोखिम के दृष्टिगत केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना दिशा निर्देशों एवं समय-समय पर लगे लॉकडाउन के कारण अधिक संख्या में डिकॉय आपरेशन संभव नहीं हो पाए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सोनोग्राफी मशीनों के निर्माता, डीलर, डिस्टीब्यूटर इत्यादि का पंजीकरण पूर्ण रूप से ऑनलाईन करने के लिये तकनीकी प्रक्रियाएं पूर्ण कर ली गयी हैं। शीघ्र ही पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाईन कर पंजीकरण प्रमाण पत्र भी आवेदक को ऑनलाईन उपलब्ध कराया जायेगा।
इस अवसर पर विधायक मंजू देवी और शकुंतला रावत भी मौजूद थी।