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राजस्थान में जल जीवन मिशन की कछुआ चाल—6 जिलों के अधीक्षण अभियंताओं को नोटिस

locationजयपुरPublished: Aug 12, 2021 09:00:00 am

Submitted by:

PUNEET SHARMA

जल जीवन मिशन की समीक्षा

Water supply will move one day further, water will not come in the cit

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जयपुर।
जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने बुधवार को जल जीवन मिशन के तहत पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा की । जिससे घर घर सरकारी नल से पानी पहुंचाने के इस वित्तीय वर्ष के 30 लाख के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। बैठक में पेयजल कनेकक्शन की कछुआ चाल को देखते हुए डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, सीकर, बूंदी और जैसलमेर के अधीक्षण अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए। बैठक के बाद जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बताया कि प्रदेश के 43 हजार 323 गांवों में से अब तक 43 हजार 202 गांवों में ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के गठन का कार्य पूरा कर लिया गया है। 6 हजार 800 गांवों का एक्शन प्लान तैयार किया गया है। पंत ने बताया कि फील्ड इंजिनियरों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने दौरे में फील्ड टैस्टिंग किट अपने साथ रखें और क्लोरीन, पीएच और टीडीएस की मात्रा का परीक्षण ग्रामीणों के समक्ष करे।
डॉ. कल्ला बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से राज्य में जेजेएम की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में किसी भी स्तर पर तकनीकी प्रक्रियाओं के निष्पादन से लेकर मौके पर ‘हर घर नल कनेक्शन‘ देने में विलम्ब को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा मिशन के कार्यों में अपेक्षा पर खरा नहीं उतरने को गम्भीरता से लिया जाएगा और सम्बंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
जलदाय मंत्री ने वीसी के दौरान जिला एवं प्रोजेक्टवार तकनीकी स्वीकृतियां, टेंडर और कार्यादेश जारी करने के कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए निर्धारित समय सीमा में प्रगति की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए आगामी एक सप्ताह में श्एपश् तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी होने के बाद तकनीकी स्वीकृतियां, टेंडर और कार्यादेश जारी करने की स्टेज में ‘टाइम गैप‘ को कम किया जाए। इसके लिए विभाग के स्तर से सभी कार्यों को पूरा करने के लिए जो टाइमलाइन निर्धारित की गई है, उसकी सभी स्तरों पर सख्ती से पालना हो। उन्होंने जेजेएम के कार्यों में धीमी प्रगति को गम्भीरता से लेते हुए जयपुर।
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