कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों के साथ वीडियोकांफ्रेंसिंग से बैठक की थी। इसको लेकर राष्ट्रीय स्तर की एक न्यूज वेबसाइट पर कांग्रेस सूत्रों के हवाले से खबर प्रकाशित हुई, जिसमें कहा गया कि सोनिया गांधी ने भीलवाड़ा में कोरोना से निपटने में राहुल की चेतावनी काम आई। उनकी चेतावनी के चलते राजस्थान की गहलोत सरकार ने समय पर कदम उठाकर वायरस पर नियंत्रण किया। यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी राहुल की सलाह मान लेते तो शायद हम अच्छी स्थिति में होते। इस पर भाजपा ने शनिवार को सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर हमला बोला।
भाजपा के अधिकृत ट्वीटर अकाउंट से आरोप लगाया गया कि कोरोना के खिलाफ जंग में राजस्थान के भीलवाड़ा के कोरोना यौद्धाओं ने कड़ी मेहनत, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा से एक मिसाल पेश की है। जबकि सोनिया-राहुल इस मामले में झूठा श्रेय लेने का निंदनीय प्रयास कर रहे हैं। भाजपा ने इसके साथ भीलवाड़ा जिले के देवरिया ग्राम सरपंच किस्मत गुर्जर के ट्वीट को रीट्वीट किया। इस ट्वीट को हजारों की संख्या में रीट्वीट किया गया। वहीं कांग्रेस को इस पर बचाव की मुद्रा में आना पड़ा।
कांग्रेस की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में इस पर पूछे गए सवाल के जवाब में कांग्रेस सचिव प्रभात झा ने इस खबर व जानकारी को झूठा बताया है। उन्होंने साफ कहा कि प्रदेश अध्यक्षों की बैठक में भीलवाड़ा मॉडल पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को क्रेडिट देने की कोई बात नहीं की है। भाजपा भ्रामक और झूठी खबरें फैलाकर लोगों को बरगलाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने इस विषम परिस्थितियों में काम कर रहे डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी, पुलिस, सफाईकर्मियों को विशेष सुविधाएं देने और आर्थिक संबल देने पर जोर दिया है।