कार्य की अनुमति मिलते ही उत्साहित कंपनियों ने 3 रिग के साथ कार्य प्रारंभ किया और 2019 उत्तराद्र्ध में करीब 17 रिग आने की योजना बनी लेकिन इसी दौरान कोविड की पहली लहर की वजह से विदेशों से आने वाले मैन और मशीन रुक गए और यह कार्य मंथर हो गया। पहली लहर से उबरे ही नहीं थे कि दूसरी लहर आई तो फिर यह कार्य ठप्प हो गया।
तेल अन्वेषण के लिए जर्मनी, अमेरिका, जापान, चीन और अन्यत्र से मैन व मशीन पॉवर की दरकार है,जो विशेषज्ञ है। इसके अलावा रिग का प्रतिदिन का व्यय भी करीब दो करोड़ है, ऐसे में पूर्ण साजो सामान नहीं आने पर कार्य होना मुश्किल है। लिहाजा यह कार्य अभी मंथर पड़ा है।