प्रदेश में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जांचों का दायरा बढ़ाने से नए पॉजिटिव मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो प्रदेश में 40 हजार से ज्यादा जांच प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित की जा चुकी है। जून माह तक कोरोना के मरीजों की संख्या कम थी। जुलाई की शुरुआत से ही मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि होने लगी। अब अगस्त के शुरुआती सात दिन में तो कोरोना मरीजों की संख्या ने सारे रिकार्ड तौड़ दिए। आज शाम को आने वाली रिपोर्ट में कोरोना के प्रदेश में कुल मरीज 51 हजार हो जाएंगे।
प्रदेश में 31 जुलाई की रात को आई स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 42 हजार 83 थी, जबकि 7 अगस्त की रात को आई रिपोर्ट में यह संख्या बढ़कार 50 हजार 157 हो गई। सात दिनों में 8 हजार 74 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। इसी तरह सात दिनों में 1 हजार 637 एक्टिव मरीज बढ़े, जबकि अस्पताल से छुट्टी लेकर घर जाने वालों की संख्या 5 हजार 591 ही रही।
सात दिनों में प्रदेश में कोरोना से 87 मौत दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक कुल 767 कोरोना से मौत हुई जिसमें राजधानी जयपुर में सबसे ज्यादा 213 मौत कोरोना से दर्ज की जा चुकी है। इसके बाद जोधपुर में 85 व भरतपुर में अब तक 57 मौत दर्ज की गई है। बूंदी, डूंगरपुर व हनुमानगढ़ जिले में अब तक सबसे कम एक-एक मौत कोरोना से दर्ज हुई है।
सितंबर में और बढ़ेंगे मरीज –
जुलाई प्रथम सप्ताह से ही कोरोना के नए मरीजों में बतहाशा वृद्धि शुरू हो गई थी। विशेषज्ञों के अनुसान सितंबर में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में और भी इजाफा होगा। बाजारों व मॉल आदि में भीड़, कोरोना प्रोटोकोल का पालन नहीं करना, मास्क नहीं लगाना, एक-दूसरे के बीच दूरी नहीं रखना इसके मुख्य कारण बताए जा रहे हैं।